भोपाल. मध्यप्रदेश में चुनावी माहौल के बीच सायबर ठग भी सक्रिय हो गए हैं. शातिर ठग सोशल मीडिया पर आम जनता को अपना निशाना बना रहे हैं. हैकर्स फेसबुक, ईमेल समेत दूसरी आईडी को हैक करते हैं. इसके बाद इन्हीं आईडी से पैसों की डिमांड की जाती है. एक महीने में इस तरह की 15 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं. लगातार आ रही शिकायतों को देखते हुए साइबर क्राइम ब्रांच ने फिर से एडवाइजरी जारी कर दी है.
सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों के अब सावधान रहने का समय है. सोशल मीडिया की आईडी पर सेंधमारी की जा रही है. सायबर ठगों की गैंग हैकर्स की मदद से आईडी हैक कर ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं. हैक की गई आईडी से ठग मैसेज भेजते हैं. इन्हीं मैसेज के झांसे में आकर कई करीबी और परिचित लोग बिना जांच परख के रकम को ट्रांसफर कर देते हैं. इससे पहले कोरोना के समय ऐसी ठगी के मामले तेजी से बढ़े थे. लेकिन एक बार फिर चुनावी माहौल के बीच इस तरह के मामले सामने आने लगे हैं.
भोपाल सायबर क्राइम ब्रांच के पास एक महीने के अंदर 15 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं.
ये हैं ठगी के तरीके…
-फिशिंग के जरिए एक बड़े जनसमूह को बिना टारगेट किए निशाना बनाया जाता है
-पहले से तय टारगेट पर सायबर ठग निशाना बनाकर उनके साथ धोखाधड़ी करते हैं.
-फेसबुक, ईमेल आईडी को हैक कर उसके जरिए अलग-अलग तरीके से राशि मांगी जाती है.
भोपाल शहर में बढ़ रहे इस तरह के मामलों को लेकर क्राइम ब्रांच एसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने कहा चुनाव के दौरान ठगी के मामले सामने आते हैं. यह आचार संहिता का उल्लंघन भी है. ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई भी की जाती है.
सायबर एडवाइजरी
-किसी भी तरह की संदिग्ध फाइल को डाउनलोड न करें.
-कोई भी अपरिचित लिंक को ओपन न करें.
-किसी भी तरह की परमिशन के ऑप्शन पर क्लिक न करें.
-आर्थिक मदद के मैसेज पर संबंधित से बात करें.
-किसी तरह का संदेह होने पर स्थानीय पुलिस से संपर्क करें.
हमेशा सजग और सतर्क रहें
सायबर ठगी होने के बाद पुलिस जांच करती है, लेकिन उससे पहले ही यदि जरा सी सावधानी बरती जाए, तो किसी भी तरह की ठगी के शिकार होने से आसानी से बचा जा सकता है. सायबर ठग तरह-तरह के प्रलोभन और ऑफर भी देते हैं. जरूरत है कि हर समय सजग और सतर्क रहें