नदी पर अवैध उत्खनन बंद रेत माफियाओं ने किया अवैध रूप से डंम्प स्थापित
एनजीटी ने बरसात के मौसम को देखते हुए रेत के उत्खनन पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी है। लेकिन उसके बावजूद भी चोरी छुपे रेतमाफिया खादी और खाकी के संरक्षण मेंं अवैध रेत का व्यापार आज भी कर रहे हैं। बगैर रॉयल्टी के मनमाने तरीके से रेत को बेच रहे हैं। यह बात तब सिद्ध हुई जब प्रशासनिक अधिकारियों ने छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया और कार्यवाही सफल रही। इससे एक बात का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। कि रेत का कारोबार अभी रूका नहीं ह।ै अनवरत रूप से चालू है। यह बात इसलिए भी की जा रही है। कि शहर के अंदर निर्माणाधीन मकानों के लिए रेत माफियाओं द्वारा आज भी रेत उपलब्ध कराई जा रही है। अगर रेत का कारोबार पूर्ण रूप से बंद है तो बाजार के अंदर निर्माणाधीन मकानों तक प्रशासनिक और पुलिस टीम के होने के बावजूद रेत की ट्रैक्टर ट्रॉलिया बाजार में कैसे पहुंच रही है। यह बात आम जनता के लिए गले की फांस बनी हुई है।
मध्यप्रदेश शासन को राजस्व का लाखों का घाटा
रेत माफियाओं द्वारा अवैध रूप से रेत का कारोबार करने से मध्यप्रदेश शासन को प्रतिदिन लाखों रुपए का राजस्व घाटा अनुभाग के अंतर्गत हो रहा है। रेत माफिया मनमाफिक तरीके से बगैर रायल्टी के रेत का अवैध कारोबार कर रहे हैं।
8 से 10000 की ट्रैक्टर ट्रॉली रेत की
बरसात के मौसम में शहर के अंदर कई लोग अपना मकान निर्माण कर रहे हैं मकान निर्माण के लिए रेत की आवश्यकता सबसे अहम होती है लेकिन मकान निर्माण करने वालों को रेत माफियाओं द्वारा 8 से 10000 में प्रति ट्रैक्टर ट्रॉली रेत की दी जा रही है और ट्रैक्टर ट्रॉली बेचने के बाद जितनी भी रकम रेत माफियाओं को मिलती है पूरी रकम रेत माफियाओं की जेब में जा रही है क्योंकि जेसीबी मशीन द्वारा ट्रैक्टर ट्रॉली में रेत भरी जा रही थी जिस जेसीबी मशीन को प्रशासन ने जप्त कर लिया है।
रेत के डंप को प्रशासनिक अधिकारियों ने किया सीज
लिधोरा घाट के किनारे रेत माफियाओं ने 100 से 120 डंफरो के द्वारा रेत का डंम्प लगाया गया है जहां से प्रतिदिन ट्रैक्टर ट्रॉली रेत चोरी करके बाजार में बेच रही है। यह पूरा कारोबार पूर्ण रूप से अवैध चल रहा है जिस डम्प को प्रशासनिक अधिकारियों ने सींज कर दिया है और माइनिंग विभाग को प्रतिवेदन भेजा जा रहा है उक्त रेत के डंम्प को सीज करने की कार्रवाई करें।
एनजीटी के नियमों की उड़ाई जा रही है अनुभाग में धज्जियां एनजीटी के आदेशों की किस प्रकार अनुभाग के अंतर्गत धज्जियां उड़ाई जा रही है यह रेत के कारोबार को देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। अनुभाग के अंतर्गत 14 घाट है रेत माफियाओं ने एनजीटी के नियमों के विपरीत प्रत्येक घाट के किनारे रेत का अवैध रूप से डम्प लगा दिया है। जिस डंप से रेत कारोबारी अपने अवैध रेत के कार्य को अंजाम दे रहे है। और प्रदेश सरकार की माइनिंग विभाग को प्रतिदिन लाखों रुपए का राजस्व घाटा भी दे रहे हैं।
पकड़े गए वाहन चालकों के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं
प्रशासनिक अधिकारियों ने दो ट्रैक्टर ट्रॉली और एक जेसीबी मशीन को मौके से पकड़ा है लेकिन खबर लिखे जाने तक प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से इस अवैध कारोबार में पकड़े गए वाहनों के मालिक और चालक के खिलाफ कोई भी एफ आई आर दर्ज नहीं की गई। आखिर क्यों…? जबकि पूरा मामला अवैध था तो एफ आई आर न होना बुद्धिजीवी वर्ग के लिए गले की फांस बना हुआ है। क्योंकि रेत कारोबारी खुलेआम शासन और एनजीटी के नियमों के विपरीत रेत चोरी कर रहे थे।
इनका कहना
लिधोरा घाट के किनारे स्थित रेत का डम्प लगा हुआ है जहॉ से दो ट्रैक्टर ट्रॉली और एक जेसीबी मशीन को पकड़ा है। जिन्हें सुरक्षित पिछोर थाने में रखवा दिया है। पकड़े गए वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन तैयार किया जा रहा है और राजसात की कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन वरिष्ठ अधिकारियों की ओर भेजा जा रहा है।
बृजमोहन आर्य नायब तहसीलदार पिछोर शुक्रवार की कार्रवाई में रेत का परिवहन करते साथ 7 ट्रैक्टर ट्रॉलियों सहित एक जेसीबी मशीन को पकड़ा है रेत कारोबारियों ने जहां-जहां रेत के डम्प लगाए है उन पर अलग से कार्रवाई की जाएगी इस प्रकार की कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी ।
पृदीप शर्मा एसडीएम डबरा अनुभाग