पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इंदौर में कहा कि महिलाओं के साथ हो रहे सिर्फ दस प्रतिशत अपराध ही सामने आते है। ज्यादातर केस तो पंजीबद्ध नहीं होते। मध्य प्रदेश महिला अपराधों के मामले में नंबर वन है। सिर्फ नारे लगाकर महिलाएं लाड़ली या बहना नहीं हो पाएगी। महिलाओं को चप्पल, छाते बांटे जा रहे है। क्या मध्य प्रदेश का मतदाता बिकाऊ है। कई सरकारी योजनाएं कागजों पर अच्छी लगती है, लेकिन जमीन पर फेल हो जाती है। भाजपा सरकार को चुनाव के समय ही सारी योजनाएं याद आ रही है।
शहर महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित संवाद में ‘महिलाओं के प्रति नजरिए में बदलाव की अहमियत पर’ कमल नाथ ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति जोड़ने की है, जो अब खतरे में है। देश के अलग-अलग राज्यों में भाषा, धर्म, जाति के नाम पर बांटा जा रहा है। मणिपुर में पहले से इस जाति के आधार पर हिंसा हो रही है।
इससे देश की छवि धूमिल हुई है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि महिलाअेां पर हो रहे अपराधों को रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस को संवेदनशील होना पड़ेगा। न्यायपालिका को सख्त एक्शन लेना चाहिए। निर्भया कांड के बाद पास्को कानून लाया, लेकिन कुछ पार्टी के लोगों ने उसे बदलने का प्रयाास शुरू कर दिया है। यह दर्शाता है कि महिलाओं के प्रति उनकी क्या मानसिकता है।
संवाद के दौरान कांग्रेस नेता कन्हैया कुुमार ने कहा कि प्रतिभा पाटील देश की पहली राष्ट्रपति बनी, अमेरिका में कभी महिला राष्ट्रपति नहीं बनी। हमारे देश में अभी महिला राष्ट्रपति है लेकिन उनके होने के बावजूद मणिपुर में महिलाअेां के साथ घटना हो गई। इस मामले राष्ट्रपति को संज्ञान लेना चाहिए था। संवाद में महिलाओं के सवालों के जवाब भी नेताओं ने दिए।