गुरु पूर्णिमा के साथ श्रावणी मेले की शुरुआत, गोड्डा सांसद ने राज्य सरकार को घेरा, जानें क्या कहा?
देवघर: ज्योतिष तिथि के मुताबिक आज गुरु पूर्णिमा है और गुरु पूर्णिमा के साथ श्रावणी मेला का प्रारंभ हो जाता है. ऐसे में बिहार और झारखंड की सीमा दुम्मा में भी 13 जुलाई से श्रावणी मेले का उद्घाटन किया गया. कोरोना के कारण पिछले दो साल विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले के आयोजन पर रोक लगी थी. इस साल सरकार की ओर से जिला प्रशासन की अगुवाई में दुम्मा में वैदिक मंत्रोच्चरण के साथ श्रावणी मेला 2022 की विधिवत शुरुआत की गई.
10 पुरोहितों ने मिलकर कराई पूजा: पूजा में गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे और राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने शिरकत की. 10 पुरोहितों ने मिलकर मंत्र उच्चारण के साथ पूजा की. वहीं पूजा के बाद बाबानगरी के लिए प्रवेश द्वार पर फीता काटने की भी औपचारिकता निभाई गयी. इसके बाद सभी मंत्रीगण और नेता पास में बने एक मंच पर आसीन हुए और वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया. हालांकि स्थानीय विधायक नारायण दास ने इस कार्यक्रम में शिरकत नहीं की. मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के अलावा गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने सभा को संबोधित किया.
गोड्डा सांसद ने राज्य सरकार को घेरा: गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार की ओर से मेला क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं के विकास में दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है. उन्होंने याद दिलाया कि कांवरियों को ठहरने के लिए मंदिर के पास का निर्माणाधीन क्यू काम्प्लेक्स आज भी अधूरा है. इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. सांसद ने लगे हाथ पिछली रघुवर दास सरकार का भी हवाला देते हुए कहा कि देवघर में अपेक्षित विकास नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बाबा बैद्यनाथ धाम श्राइन बोर्ड की आज तक बैठक नहीं हुई है, जिसके अध्यक्ष खुद मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने कहा कि बोर्ड की कोई बैठक ही नहीं हुई है, इससे ही इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि विकास के लिए सरकार कितनी दिलचस्पी रखती है.
कृषि मंत्री ने बेहतर तैयारियों की कही बात: वहीं कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि इस बार अधिक संख्या में कांवरियों के पहुंचने की संभावना है. ऐसे में सरकार की कोशिश है कि तैयारी मुक्कमल हो. मौके पर जिला प्रशासन की ओर से देवघर जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री (Deoghar DC), पुलिस अध्यक्ष सुभाष चंद्र जाट और कई अन्य अधिकारी मौजूद थे.