920 सरकारी स्कूलों में तड़ित चालक ही नहीं, मध्य विद्यालय बांधडीह जैसे हादसे का खतरा
बोकारोः वज्रपात के लिए डेंजर जोन बोकारो के स्कूलों में बच्चे सुरक्षित नहीं हैं. यहां के आधे से अधिक स्कूलों में वज्रपात से बचाव के लिए उपकरण ही नहीं लगे हैं. इससे बारिश में स्कूलों में वज्रपात का खतरा बना हुआ है. इससे यहां बच्चों का जीवन खतरे में है. जैनामोड़ स्थित मध्य विद्यालय बांधडीह में वज्रपात में तीस से अधिक बच्चों के झुलसने के बाद अभिभावकों को और भी चिंता सताने लगी है. लोग अपने बच्चे के भविष्य और जीवन दोनों के लिए चिंतित हैं.
बता दें कि बोकारो का पूरा क्षेत्र वज्रपात के लिए डेंजर जोन है. यहां बारिश के दिनों में कम दबाव के कारण वज्रपात की घटनाएं होती रहती हैं. वज्रपात की घटनाओं से स्कूलों को बचाने के लिए वर्ष 2010-11 में 640 सरकारी स्कूलों के नए भवनों में तड़ित चालक लगाए गए थे. लेकिन उसके बाद तड़ित चालक लगाने की राशि सरकार की ओर से अन्य स्कूलों में लगाने को लेकर नहीं भेजी गई. जिससे यह काम रूक गया और बाकी के सरकारी स्कूलों में अब तक तड़ित चालक नहीं लगाए जा सके. जिस कारण बारिश के दिनों में बच्चे यहां असुरक्षित हैं. स्कूल के शिक्षकों से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में करीब 1560 सरकारी स्कूल हैं, इनमें से 920 सरकारी स्कूलों यानी 58.97 फीसदी स्कूलों में तड़ित चालक नहीं हैं.
क्या कहते हैं शिक्षा पदाधिकारीः बांधडीह के विद्यालय में तड़ित चालक न लगे होने की बात पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि इस संबंध में अभियंताओं से रिपोर्ट मांगेंगे. उन्होंने कहा कि विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा जरूरी है, इसके लिए तड़ित चालक का होना भी जरूरी है.बांधडीह के विद्यालय का यंत्र हुआ चोरीः मध्य विद्यालय बांधडीह में तड़ित चालक न होने के मामले में जब शिक्षकों से बात की गई तो कुछ शिक्षकों ने बताया कि विद्यालय में भवन निर्माण के समय तड़ित चालक लगाया गया था. लेकिन तड़ित चालक चोरी हो गया. इसकी शिकायत थाने में भी दी गई है. लेकिन अभी तक नया तड़ित चालक नहीं लगाया गया है. बोकारो जिले में 32 स्कूलों में तड़ित चालक लगाए जाने के बाद चोरी कर लिए गए. इसकी सूचना थाने को लिखित रूप से दिया गया है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी.तड़ित चालक क्या हैः तड़ित चालक (Lightening rod or lightening conductor) धातु की एक छड़ होती है यानी सुचालक क्षण. इसे ऊंचे भवनों की छत पर आकाशीय बिजली से बचाव के लिए लगाया जाता है. तड़ित चालक का ऊपरी सिरा नुकीला होता है और इसे भवनों के सबसे ऊपरी हिस्से में जड़ दिया जाता है और तांबे के तार से जोड़कर नीचे लाकर धरती में गाड़ दिया जाता है और आखिरी सिरे पर कोयला और नमक मिलाकर रख दिया जाता है. जब बिजली इससे टकराती है तो तार के सहारे यह जमीन के अंदर चली जाती है