JAMSHEDPUR RURAL : सबसे बड़ा पर्यावरणविद आदिवासी हैं-अर्जुन मुंडा

पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया स्थित सुनसुनिया जंगल में पद्मश्री जमुना टुडू के नेतृत्व में पेड़ों को रक्षासूत्र बांधने का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में केन्द्रीय जनजाति कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा मौजूद रहे

Update: 2022-08-14 15:29 GMT
JAMSHEDPUR : पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया स्थित सुनसुनिया जंगल में पद्मश्री जमुना टुडू के नेतृत्व में पेड़ों को रक्षासूत्र बांधने का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में केन्द्रीय जनजाति कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा मौजूद रहे. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कि जंगल-पहाड़ों के बीच रहने वाले आदिवासी समुदाय ही सही मायने में पर्यावरणविद है. उन्होंने कहा कि जिंदा रहने के लिए मानव से लेकर तमाम जीव-जंतु को आक्सीजन की जरूरत पड़ती है और जंगल का संरक्षण करके आदिवासी जीवनरक्षक आक्सीजन उत्पन्न करने में विश्व का सहयोग करते हैं. पद्मश्री जमुना टुडू द्वारा वन संरक्षण के लिए शुरू किए गए जागरूकता अभियान को आंदोलन बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अभी हाल ही में राष्ट्रपति का चुनाव हुआ. परंपरा के मुताबिक विदा होने वाले राष्ट्रपति के सम्मान में प्रधानमंत्री भोज का आयोजन करते हैं. उन्होंने मुसलाधार बारिश के बावजूद कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे आदिवासी समुदाय के महिला-पुरुषों से कहा कि पीएम मोदी ने पूर्वी सिंहभूम से एकमात्र जमुना टुडू को राजकीय अतिथि के तौर पर उक्त भोज के लिए आमंत्रित करके जिले के सभी लोगों का मान बढ़ाया. कार्यक्रम को पद्मश्री जमुना टुडू, जिला परिषद की अध्यक्ष बारी मुर्मू , उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. दिनेशानंद गोस्वामी, पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार, घाटशिला के पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला बीससूत्री के पूर्व उपाध्यक्ष दिनेश साव, जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती, शंभू मल्लिक, नंदजी प्रसाद, घाटशिला के ब्लॉक उपप्रमुख गोपाल कृष्ण अग्रवाल, मुनिराम टुडू समेत वन सुरक्षा महासमिति से जुड़े महिला-पुरुष उपस्थित थे.

सोर्स- News Wing

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