आदतन और हिस्ट्रीशीटर पुलिस के राडार, रांची में अपराधियों की नए सिरे से तैयार हो रही कुंडली
रांची: राजधानी में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए उन पर लगातार नजर रखी जा रही है. पुलिस की टीम पुराने और नए अपराधियों की नए सिरे से कुंडली तैयार कर रही है, ताकि जो हाल के समय मे अपराध की दुनिया में ज्यादा सक्रिय हुए हैं उनपर नकेल कसा जा सके. लिस्ट तैयार होने के बाद लिस्ट में शामिल अपराधियों के खिलाफ सीसीए की कार्रवाई और जेल से बाहर निकले अपराधियों से थाना हाजिरी की कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला: राजधानी में आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने बड़ी तैयारी की है. राजधानी में छोटे से लेकर बड़े गैंग्स का बहीखाता तैयार हो रहा है. राजधानी में सक्रिय अपराधियों का नए सिरे डोजियर तैयार किया जा रहा है. जिसमें उनके जमानतदारों तक के नाम शामिल किए जा रहे हैं. इसमें संपत्ति मूलक अपराध, मसलन डकैती, लूट, गृहभेदन, वाहन, मोबाइल की चोरी और चोरी के सामान की खरीद करने वालों की सूची भी तैयार की जा रही है. इसके अलावा संगठित अपराध, शातिर गैंग के सारे अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है.
सूची में छोटे संगठित गैंग के कितने अपराधी जेल में बंद हैं, कितने सजायाफ्ता या विचाराधीन हैं, इसकी भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है. वहीं हाल के दिनों में जिन गिरोहों ने अलग-अलग तरह की वारदातों को अंजाम दिया है उन्हें भी चिन्हित किया जा रहा है और उसकी अलग सूची बनायी जा रही है.
लिस्ट तैयार होने के बाद होगी सीसीए की कार्रवाई: राजधानी में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए अब तक जिले के 25 हिस्ट्री शीटरों के लिए हाजिरी लगाने और 30 अपराधियों के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार किया है. इस पर सभी थानेदारों को गंभीरता से अनुपालन का निर्देश दिया है, जैसे ही सीसीए के प्रस्ताव पर अंतिम अनुमोदन हो जाएगा शहर लिए खतरा बने 30 अपराधियों को तड़ीपार कर दिया जाएगा.
राजधानी रांची में बड़े आपराधिक वारदात जिनमें लूट डकैती और हत्या जैसे कांड शामिल हैं. अधिकांश में राज्य के बाहर के अपराधियों का हाथ रहा है. मसलन एक साल पहले हुए गहना घर लूटकांड या फिर इसी साल 07 जून को जेवर कारोबारी के हत्या की वारदात. दोनों ही वारदातों में शामिल अपराधी अब तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि ऐसे अपराधों को झारखंड के बाहर से आए अपराधियों ने के द्वारा अंजाम दिया जा रहा है. यही वजह है कि पुलिस एक ऐसी लिस्ट भी तैयार कर रही है, जो पूरी तरह से बिहार बंगाल और ओडिशा पुलिस की मदद से बनाई जा रही है. इनमें हाल के दिनों में बड़ी लूट की घटनाओं में शामिल अपराधियों की तस्वीर भी जोड़ी गई है ताकि समय रहते हम की पहचान कर उन्हें दबोचा जा सके.
पांच कैटेगरी बनाकर बनाई जा रही अपराधियों की कुंडली: राजधानी में अपराधियों के सत्यापन के लिए कुल पांच कैटेगरी निर्धारित की गई है. A कैटेगरी में वैसे अपराधियों को रखा गया है जो लेवी और रंगदारी वसूलने का काम करते हैं. B कैटेगरी में वैसे अपराधियों को शामिल किया गया है जो लूट जैसे कांडो में शामिल रहे हैं. C में वैसे अपराधियों को रखा गया है जो इंटर स्टेट गैंग से तालुकात रखते हैं और D वैसे अपराधियों को रखा गया है जो लगातार घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं. E ग्रुप में वैसे अपराधियों को शामिल किया गया है जो बिहार झारखंड और ओडिशा में एक जैसी वारदातों को अंजाम देते हैं.
जेल में अपराधियों से मिलने वाले भी निशाने पर: राजधानी में हाल के दिनों में कई ऐसे अपराधिक घटनाएं हुई हैं जिनके ताल्लुक कहीं ना कहीं जेल से जुड़े हुए थे. रांची के सभी थाना प्रभारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे जेल में बंद अपराधियों से मिलने वालों पर भी पूरी निगरानी रखे. सप्ताह में एक दिन जेल जाकर वांटेड अपराधियों से मिलने वाले लोगों की सूची का अध्ययन करें. साथ ही सभी को निर्देश दिया गया है कि वह जेल में बंद अपराधियों के आगंतुकों, सहयोगियों, परिवार के सदस्यों का मोबाइल नंबर, पूरा पता और पहचान प्राप्त कर उनकी निगरानी रखेंगे.