कांग्रेस का आरोप- झारखंड में सरकार गिराने के लिए विधायकों को 10 करोड़, मंत्री पद की पेशकश की गई

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Update: 2022-08-02 10:16 GMT

रांची/नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि झारखंड में सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार को गिराने के लिए भाजपा ने पार्टी विधायकों को 10 करोड़ रुपए एवं आगे बनने वाली भाजपा सरकार में मंत्री पद का लालच दिया था। कांग्रेस ने अपने तीनों विधायकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में झारखंड के 3 कांग्रेस विधायकों के वाहन से शनिवार भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शनिवार शाम पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर रोके गए विधायकों के वाहन से 49 लाख रुपए नकदी बरामद हुई है। उन्होंने बताया कि विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी के अलावा उनका वाहन चालक पुलिस को यह बताने में विफल रहे कि वे इतनी बड़ी मात्रा में नकदी क्यों ले जा रहे थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारी के मुताबिक, सीआईडी ने हावड़ा ग्रामीण पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली है। उन्होंने कहा कि विधायकों समेत पांच लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी के अनुसार, पांचों आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 10 दिनों की सीआईडी हिरासत में भेज दिया। वहीं, इन आरोपों को खारिज करते हुए दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने पलटवार किया कि अपने विधायकों के भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए कांग्रेस भाजपा पर दोष मढ़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का बड़ा से लेकर छोटा नेता तक, सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक हालिया जांच का हवाला देते हुए इस्लाम ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से संबंधित अधिकारियों को संदिग्ध भ्रष्टाचार के मामले में पकड़ा गया है और अब कांग्रेस के तीन विधायकों को भारी मात्रा में नकदी के साथ गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, ''कांग्रेस की सच्चाई एक बार फिर सामने आ गई है। झारखंड में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है। राज्य सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और झारखंड भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है।'' इस बीच, पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग करते हुए दावा किया कि भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने हाल ही में झारखंड जैसे राज्यों में सरकार गिराने का संकेत दिया था। वहीं, कांग्रेस विधायक दल के नेता एवं झारखंड के संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने रांची में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस के बेरमो विधायक जयमंगल सिंह ने मामले में अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा कि नकदी के साथ गिरफ्तार 3 कांग्रेस विधायकों के खिलाफ 10 करोड़ रुपए नकदी देने और आगे बनने वाली सरकार में मंत्री पद का लालच देकर राज्य सरकार को गिरवाने की कोशिश करने का षड्यंत्र रचने के आरोप में यह मामला दर्ज कराया गया है। जयमंगल ने दावा किया, ''राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी ने मुझसे कोलकाता चलने को कहा और प्रत्येक विधायक के लिए 10 करोड़ रुपए देने की बात कही। इरफान अंसारी और राजेश कच्छप मुझे कोलकाता से गुवाहाटी ले जाना चाहते थे, जहां उनके मुताबिक असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के साथ एक बैठक तय की गई थी।''
वहीं, अरगोड़ा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि चूंकि, नकदी पश्चिम बंगाल में बरामद हुई है, इसलिए वह मामले को पड़ोसी राज्य में स्थानांतरित कर रहे हैं। टीएमसी ने हैरानी जताई कि झारखंड के कांग्रेस विधायकों के वाहन से नकदी की बरामदगी मामले में प्रवर्तन निदेशालय क्यों खामोश है। टीएमसी ने यह भी मांग की कि मामले में पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की भूमिका की जांच होनी चाहिए। टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ''पिछले कुछ हफ्तों से हम सुन रहे थे कि महाराष्ट्र के बाद भाजपा झारखंड और कई अन्य राज्यों में सरकार बनाएगी, जहां भाजपा के पास आवश्यक संख्या बल नहीं है।'' घोष ने कहा, ''भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने झारखंड जैसे गैर-राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) शासित राज्यों में सरकार बनाने की बात कही थी। हम यह देखने के लिए जांच चाहते हैं कि क्या बरामद धन लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई झारखंड सरकार को गिराने की साजिश का हिस्सा है?'' हालांकि, भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने इन आरोपों को खारिज किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ''भाजपा किसी भी तरह से इसमें शामिल नहीं है। हमें लगता है कि टीएमसी स्कूल भर्ती घोटाले के माध्यम से अर्जित की गई अवैध नकदी की तस्करी करने की कोशिश कर रही थी।'' वहीं, भाजपा की झारखंड इकाई के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने पापों को छिपाने के लिए झूठी पुलिस शिकायत दर्ज करके उनकी पार्टी को बदनाम करने की साजिश रची है। पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने कहा, ''यह शर्मनाक और हास्यास्पद है। उन्हें अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है। वे अपने विधायकों के भ्रष्टाचार और गलत कामों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।''

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