आर्थिकी सुदृढ़ करेंगी महिलाएं, जोगिंद्रनगर के भराड़ू में टोर के पत्तल किए लांच
आधुनिक मशीनरी से तैयार ये डोना-पत्तल लंबे समय तक खराब नहीं होते हैं। प्रयोग के बाद पत्तलों का इस्तेमाल जैविक खाद बनाने में होगा।
रोटरी क्लब के ईको फ्रेंडली डोना-पत्तलों से महिलाओं को रोजगार मिलना शुरू हो गया है। आधुनिक तकनीक से तैयार किए जा रहे डोना-पत्तल पर्यावरण संरक्षण के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं हैं। शहर के नजदीक भराडू पंचायत में रोटरी के लघु उद्योग में ईको फ्रेंडली डोना-पत्तल टोर के पतों से तैयार किए जा रहे हैं। गुजरात और अहमदाबाद से सपोर्टिंग पेपर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
आधुनिक मशीनरी से तैयार ये डोना-पत्तल लंबे समय तक खराब नहीं होते हैं। प्रयोग के बाद पत्तलों का इस्तेमाल जैविक खाद बनाने में होगा। इससे पर्यावरण भी प्रदूषित होने से बचेगा। प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाद डोना-पत्तलों की मांग बढ़ गई है। रोजाना 800 से अधिक डोना-पत्तल रोटरी के लघु उद्योग में महिलाएं तैयार कर रही हैं।
रोटरी क्लब के अध्यक्ष रामलाल वालिया ने बताया कि ईको फ्रेंडली डोना-पत्तलों तैयार किए जा रहे हैं। कई परिवारों को घर बैठे रोजगार दिलाने के लिए रोटरी क्लब ऐसे लघु उद्योग ग्रामीण क्षेत्रों में विकसित करेगा। रोटेरियन एनआर बरवाल, अजय ने बताया कि डेढ़ रुपये प्रति डोना और तीन रुपये क्वार्टर (छोटी) प्लेट और 6 रुपये की फुल प्लेट रोटरी के लघु उद्योग से मिलेगी।
रविवार को भराडू में ईको फ्रेंडली डोना-पत्तल को लांच कर अध्यक्ष रामलाल वालिया ने बताया कि इससे पहले प्लास्टिक से निर्मित प्लेट और डोने इस्तेमाल के बाद नष्ट न होने के कारण पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा था। प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के बाद रोटरी क्लब ने टोर के पत्तों से ईको फ्रेंडली डोना-पत्तल बाजार में उतारकर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया है।