कॉल डिटेल से हत्थे चढ़ा आरोपी, सामाजिक कार्यकर्ता ने भी की मदद
स्थानीय लोगों के अनुसार बच्ची 18 जुलाई को घर के पास एक मंदिर में गई थी। उधर से ही आरोपी बच्ची को किसी चीज का झांसा देकर अपने साथ सोलन के अर्की के एक गांव में ले गए थे। जब शाम को बच्ची घर नहीं लौटी तो पूरे गांव में हल्ला मच गया। इसके बाद परिवार ने इसकी रिपोर्ट भवारना पुलिस थाना में दी थी,साथ ही सोशल मीडिया पर बच्ची के लापता होने की पोस्ट भी डाली थी। जानकारी के अनुसार आरोपी किसी टैंट वाले के साथ काम करता था। जब लोगों में हल्ला मचा तो परिवार के फोन को चैक किया। तभी टैंट वाले ने पहचाना कि यह आरोपी का नंबर है। इसके बाद पुलिस ने फोन नंबर ट्रेस किया और वहां की पुलिस को भी सूचना दी। इसके बाद अर्की के गांव में किसी के घर में रह रहे आरोपियों को एक सामाजिक कार्यकर्ता ने नाबालिग लड़की के साथ देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। पोस्टर पर बच्ची के पिता का फोन नंबर होने पर बच्ची के नए फोटो मंगवाए गए, जिससे साफ हो गया कि यही बच्ची है जो लापता हुई थी। इसके बाद भवारना पुलिस को सूचना दी गई थी। 20 जुलाई को दोपहर बाद भवारना पुलिस ने सोलन पुलिस के साथ मिलकर दोनों आरोपियों को सोलन जिले के अर्की से गिरफ्तार कर नाबालिग लड़की को बरामद किया था।
आरोपी की पत्नी ने की थी दूसरी शादी, 2 बच्चों को आई थी छोड़कर
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी की पत्नी की यह दूसरी शादी है। उससे पहले वाली शादी के दो बच्चे भी थे जिन्हें छोड़कर वह आई थी। वहीं भवारना पुलिस थाना प्रभारी प्रताप सिंह ने बताया कि बुधवार रात को दोनों को सोलन जिले के बागा से गिरफ्तार कर नाबालिग लड़की के साथ भवारना थाने लाया गया था। सुबह नाबालिग लड़की का मेडिकल करवा लिया गया था। उधर, पीड़िता के पिता ने बताया कि आरोपी गांव में घूमता रहता था जबकि उसकी पत्नी को वह नहीं जानते थे। उन्होंने आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।
आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी पुलिस
डीएसपी पालमपुर गुरबचन सिंह ने बताया कि बच्ची का मेडिकल करवा लिया गया है। गलत काम करने की बात जांच में सामने आई है। पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को शुक्रवार को पालमपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस मामले की पूरी जांच में जुटी हुई है।