10 करोड़ की टैक्स चोरी, हिमाचल सहित देश भर में आठ फर्मों ने राजस्व का लगाया चूना
शिमला: आबकारी विभाग ने देश भर में फैले धोखाधड़ी के बड़े नेटवर्क के तार काट दिए हैं। इस जांच में फर्जी जीएसटी फर्म बनाकर 10 करोड़ 49 लाख रुपए की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। आबकारी एवं कराधान विभाग ने आठ फर्मों को टैक्स चोरी के आरोप में नामजद किया है। इन फर्मों के माध्यम से हिमाचल समेत पूरे देश में सरकारी राजस्व को चूना लगाया गया है। आबकारी विभाग की दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद इस नेटवर्क का खुलासा हो पाया है। यह फर्में हिमाचल समेत पूरे भारत में इस फर्जीवाड़े को अंजाम दे रही थी। हिमाचल में आबकारी विभाग ने मार्च महीने में सबसे पहले गुजरात से ताल्लुक रखने वाली तीन फर्जी फर्मों का खुलासा किया था। इसके बाद इन फर्मों के फर्जीवाड़े की जानकारी केंद्रीय जांच एजेंसियों को दी गई। इसके आधार पर छेड़ी गई जांच में अब तक आठ फर्मों का फर्जीवाड़ा पकड़ा जा चुका है।
आबकारी एवं कराधान विभाग ने 129 संदिग्ध फर्मों को जांच की श्रेणी में रखा था। हिमाचल आबकारी विभाग की सूचना पर समूचे भारत में बीते दो महीने तक यह जांच अभियान चलाया गया और मई महीने में इन फर्मों का फर्जीवाड़ा सबके सामने आ सका है। इस अभियान की मदद से राज्य में जीएसटी की लीकेज को रोकने में बड़ी मदद मिल रही है। इसके साथ ही प्रदेश के राजस्व में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। विभाग को दर्जनों ऐसी फर्मों की जानकारी मिली है जो जीएसटी पंजीकरण के माध्यम से फर्जीवाड़े को अंजाम दे रही हैं।
बख्शे नहीं जाएंगे दोषी
आबकारी विभाग के राज्य आयुक्त युनुस ने बताया कि जिन लोगों ने फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है। उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि इन फर्मों की पूरी जांच की जाएगी और इस जांच के आधार पर आगामी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राजस्व से जुड़े मामलों की बारीकी से जांच की जा रही है।