चंबा
विश्वप्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा के दौरान लंगर समितियों को सडक़ किनारे लंगर न लगाने की अनुमति देने के प्रशासनिक फैसले का विभिन्न समाजसेवी संगठनों व शिवभक्तों ने कड़ा विरोध किया है। इनका तर्क है कि मणिमहेश यात्रा के दौरान लंगर समितियां श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था बिना किसी सरकारी सहायता के करती है। मगर बड़े खेद का विषय है कि हर बार इन लंगर समितियों पर ही तानाशाही फैसले थोपे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मणिमहेश यात्रा पर लाखों की तादाद में आने वाले यात्रियों को लंगर समितियों के चलते ही खान-पान की मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता है। ऐेसे में लंगर समितियों पर लंगर लगाने के लिए यह बाध्यता नहीं होनी चाहिए। लंगर समितियों को पंसदीदा जगह पर लंगर लगाने की अनुमति देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन को अपने इस फैसले पर पुर्नविचार करना चाहिए।