धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अभी तक 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को डिजिटल लॉकर की सुविधा नहीं दे पाया है। हालांकि इस सुविधा को देने के प्रयास 2-3 साल से किए जा रहे हैं लेकिन अभी तक ये प्रयास सफल नहीं हो पाए हैं। हालांकि बोर्ड की मानें तो वर्तमान शैक्षणिक सत्र के 10वीं व 12वीं के विद्याॢथयों को यह सुविधा मिले, इसके प्रयास किए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को डिजिटल लॉकर की सौगात कुछ साल पहले दी थी, लेकिन अभी तक यह योजना कार्यान्वित नहीं हो पाई है। उधर, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को शीघ्र ही डिजिटल लॉकर की सुविधा प्रदान की जाएगी।
ऑरिजनल दस्तावेज लेकर नहीं भटकना पड़ेगा
इस सुविधा के तहत एक बार डिजिटल लॉकर में किसी भी प्रकार का सर्टीफिकेट अपलोड हो जाने के बाद जीवन भर वह उसी में रहेगा। विभिन्न संस्था या कंपनियां भी ऑनलाइन उसी के माध्यम से विद्यार्थियों के दस्तावेजों की वैरीफिकेशन कर सकेंगी, ऐसे में विद्यार्थियों को अपने ओरिजनल दस्तावेजों को लेकर यहां-वहां नहीं भटकना पड़ेगा। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा या अन्य किसी काम के लिए खुद के ओरिजनल दस्तावेजों को साथ लेकर चलना पड़ता है। कहीं भी जॉब लगने या किसी प्रकार के फार्म को भरने पर उनका वैरीफिकेशन भी करवाना होता है, ऐसे में जब विद्यार्थी उन दस्तावेजों को लेकर यहां-वहां भटकते हैं तो कई बार दस्तावेजों के गुम होने का भी भय बना रहता था।