शिमला के टुटू में भूस्खलन, पेड़ गिरने से यातायात के लिए घंटों बंद रहा मार्ग
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शिमला। शिमला में मूसलाधार बारिश से भूस्खलन व नुक्सान होने का सिलसिला जारी है। शहर के उपनगर टुटू में बारिश से सोमवार शाम को ही भूस्खलन हो गया था लेकिन देर रात यहां पर दोबारा से भूस्खलन हो गया है, जिसके चलते एक बड़ा पेड़ भी मलबे के साथ सड़क पर आ गिरा। पेड़ गिरने से नालागढ़-टुटू रोड पूरी तरह से यातायात के लिए बंद हो गया। पेड़ के साथ ही यहां पर बिजली के खंभे भी जमीन पर आ गिरे, जिससे पूरे क्षेत्र में बिजली गुल रही। मंगलवार सुबह लोग अपने छोटे वाहनों को जोखिम उठाकर पेड़ के नीचे से निकालते रहे लेकिन प्रशासन ने जोखिम को देखते हुए सड़क को यातायात के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया, ऐसे में ट्रैफिक को वाया तारादेवी भेजा, वहीं लोक निर्माण विभाग, वन विभाग और विद्युत कर्मी फील्ड में डटे रहे। मलबा हटाकर रोड को दोपहर से पहले बहाल कर दिया गया है। कई घंटों के लिए सड़क यातायात के लिए बंद रही।
दोपहर बाद बहाल हुई विद्युत आपूर्ति
इसके अलावा विद्युत कर्मी क्षेत्र में गुल हुई विद्युत आपूर्ति को बहाल करने के लिए दिनभर मुरम्मत कार्य में जुटे रहे। राज्य बिजली बोर्ड के कर्मचारी व अधिकारी बिजली बहाली के लिए लंबे समय तक जूझते रहे। पेड़ और चट्टानों के साथ बिजली के खंभे भी जमीन पर आ गिरे थे। इसलिए सारे क्षेत्र की बिजली सप्लाई को बंद करने के लिए आधारभूत ढांचा फिर से खड़ा किया जा रहा है। दोपहर बाद टुटू क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति को बहाल कर दिया गया था। जिलाधीश शिमला आदित्य नेगी ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर तैनात कर दिए थे। इसे खोलने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया।
केंद्रीय मंत्री का रूट भी बदला
वहीं भूस्खलन के चलते सड़क बंद होने के चलते केंद्रीय मंत्री का रूट भी बदला गया। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में हिस्सा लेने दिल्ली से शिमला आ रहे थे। केंद्रीय खेल मंत्री को बैठक में हिस्सा लेने के लिए पीटरहॉफ पहुंचना था। सड़क बंद होने के कारण उनका रूट बदला गया, उन्हें भी जुब्बड़हट्टी हवाई पट्टी से वाया तारादेवी होते हुए पीटरहॉफ भेजा गया।