भूस्खलन की चपेट में आया गरीब का घर, पूरे परिवार सहित दूसरे के घर में गुजारी रात
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित शैंशर पंचायत के पटाहरा गांव में गुरुवार रात मूसलाधार बारिश से भूस्खलन हुआ,
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित शैंशर पंचायत के पटाहरा गांव में गुरुवार रात मूसलाधार बारिश से भूस्खलन हुआ, जिससे बड़े-बड़े पत्थर गांव के बीचों-बीच आ पहुंचे. भूस्खलन की वजह से आए इन पत्थरों से एक गरीब हीरालाल शर्मा के मकान को काफी नुकसान हुआ. इस कारण उनको भूस्खलन की चपेट में आया गरीब का घर, पूरे परिवार सहित दूसरे के घर में गुजारी रात
. देर रात आए भारी भरकम पत्थरों की वजह से शर्मा का एक कमरा और शौचालय पूरी तरह से नष्ट हो गया.
उन्होंने बताया कि इस कमरे में लकड़ी की बेड, खेतीबाड़ी से उगाए अनाज सहित पूरे साल भर का राशन रखा हुआ था, लेकिन रात को हुए भूस्खलन से सीमेंट का बना पक्का कमरा व शौचालय पूरी तरह तहस-नहस हो गया. ढलानदार जगह होने के कारण यहां अभी भी पत्थरों के गिरने का खतरा बना हुआ है, जिससे हीरालाल व लीलाधर शर्मा का मकान भी खतरे की जद में है.
बता दें कि हीरालाल शर्मा अपनी पत्नी, दो बेटों, एक बहू और पोते सहित कुल छह सदस्य इस मकान में रहते थे और खेती बाड़ी से अपना जीवन यापन करते हैं. हीरा लाल का पूरा परिवार लकड़ी के मकान में रहते थे और करीब 5 वर्ष पहले उन्होंने मुश्किल से अपने घर के साथ में ही सीमेंट का कमरा तैयार किया, जिसमें शौचालय व बाथरूम भी बनाए गए थे. हालांकि देर रात हुए भूस्खलन से यह पूरा कमरा व शौचालय क्षतिग्रस्त हो गए. पत्थर इतने बड़े-बड़े थे कि पूरे कमरे का लेंटर ही एक तरफ फेंक दिया और दीवारें भी सारी तोड़ दी. हालांकि इसमें किसी तरह की जनहानि नहीं हुई
वहीं पंचायत प्रधान मथुरा देवी, उपप्रधान रोशन लाल तथा वार्ड सदस्या फूला देवी ने कहा कि हीरालाल का काफी नुकसान हुआ तथा पूरे परिवार को रात को ही दूसरे के घर में शिफ्ट किया गया. पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि भविष्य में भी हीरालाल व साथ लगते अन्य घरों को खतरा पैदा हो गया है, जिसकी सूचना प्रशासन को दे दी गई है.