सोलन। विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल सेक्शन की सुरक्षा को सुदृढ़ करने की योजना तैयार की गई है ताकि बारिश के कारण रेल सेक्शन बाधित न हो और ट्रेनों का संचालन नियमित किया जा सके। इस पर लगभग 13 करोड़ रुपए खर्च होंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि सितंबर के दूसरे सप्ताह में इस पर फिर से ट्रेनों का संचालन शुरू हो सकेगा।
वहीं जो रेलवे पुल समर हिल स्टेशन और जतोग के बीच क्षतिग्रस्त हुआ है। इसे भी विशेष गार्डर लगाकर दुरुस्त किया जाएगा ताकि दोबारा ऐसी स्थिति न बने। वहीं जमीन के अंदर लोहे के गर्डर भी स्थापित किए जाएंगे जो कि मिट्टी का कटाव व भूस्खलन रोकने में कारगर साबित होंगे। जानकारी के अनुसार, रेलवे लाइन के किनारे पत्थरों को लगाकर तारों से बांधा जाएगा, जैसा कि तटबंध के नजदीक बनाया जाता है।
वहीं रेलवे पुल को भी विशेष मजबूती प्रदान की जाएगी ताकि इसके नीचे से मिट्टी न खिसके। बता दें भारी बारिश के चलते भूस्ख़लन की वजह से 120 साल पुराने रेलमार्ग की पटरी हवा में लटक गई थी। जिससे विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। जिस कारण रेलवे मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही ठप पड़ी हुई है।