शिमला। जल शक्ति विभाग से निकाले गए आऊटसोर्स कर्मचारी बुधवार को सचिवालय पहुंचे। वह सीएम सुुखविंदर सिंह से देर शाम मिले। सीएम ने उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया, वहीं सचिवालय पहुंचे कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया। उन्होंने सरकार से निकाले गए 1518 आऊटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं बहाल करने तथा उन्हें एक्सटैंशन देने का आग्रह किया, साथ ही इन कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो उनको इसका खमियाजा लोकसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा।
जल शक्ति विभाग पार्ट टाइम वर्कर संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि सरकार चुनावों के समय किए अपने वायदे से मुकर रही है। चुनावों के समय उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आऊटसोर्स कर्मचारियों को पॉलिसी बनाने का वायदा किया था। लेकिन अब उन्हें नौकरी से निकाला गया है। उन्होंने सरकार से जल शक्ति विभाग में लगाए गए आऊटसोर्स कर्मचारियों को एक्सटैंशन देने तथा उनके लिए पॉलिसी बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वह पिछले 12 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा उम्र के इस पड़ाव में कहां जाएं। उन्होंने कहा कि एक्सटैंशन समाप्त होने के बाद भी उनसे मार्च तक काम करवाया गया तथा उन्हें 4 माह का वेतन नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब विभाग में ठेकेदार के माध्यम से कर्मचारियों को लगाया गया है।