शिमला। मानसून के लगातार सक्रिय होने से लोगों की दुश्वारियां अभी कम नहीं होने वाली हैं। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 2 दिन ऑरैंज अलर्ट रहेगा और इस दौरान राज्य के 10 जिलों में चेतावनी जारी की गई है। अलर्ट को देखते हुए स्थानीय लोगों व पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है, साथ ही संबंधित विभागों की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। जानकारी के अनुसार मानसून की सक्रियता से राज्य के कई भागों में 21 जुलाई तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के कुछ भागों में 2 दिन रविवार व सोमवार के लिए भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश के 10 जिलों शिमला, चम्बा, कांगड़ा, कुल्लू, ऊना, हमीरपुर, मंडी, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर के कई भागों के लिए भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट है। 18 जुलाई को कुछ भागों के लिए यैलो अलर्ट रहेगा। शनिवार को राजधानी शिमला सहित कई इलाकों में बारिश हुई। हालांकि सुबह मौसम बादलनुमा व कोहरे वाला रहा लेकिन शाम के समय बारिश का दौर शुरू हो गया। शनिवार को ऑरैंज अलर्ट के बीच कुल्लू जिले की लगवैली में बादल फटने से सरवरी खड्ड में बाढ़ आ गई। गोरु डुग, फाटी, पिछली पतवार में बादल फटने के कारण छोरक पुल के पास 2 मकानों के अलावा 5 गऊशालाएं बहने की सूचना है।
शनिवार को शिमला में 0.1, भुंतर में 0.5, धर्मशाला में 13.3, केलांग में 2, मंडी में 1, नारकंडा में 6, धौलाकुंआ में 6.5, कोटखाई व सिहुंता में 3 मिलीमीटर वर्षा हुई जबकि पिछले 24 घंटों में धर्मशाला में 13, बल्द्वाड़ा में 8, पालमपुर, सरकाघाट, बंगाणा, जोगिंद्रनगर, सुंदरनगर, नाहन में 5-5, सुजानपुर टिहरा, राजगढ़ में 4, कटौला व कांगड़ा में 3-3, वांगतू, बरठीं, सराहन, नारकंडा, मंडी में 2-2, चम्बा, गोहर, शिमला, देहरा गोपीपुर, पंडोह, अघार, रोहड़ू, कोटखाई, नादौन, बिलासपुर, कुफरी, चुवाड़ी में 1-1 सैंटीमीटर वर्षा हुई है। ऊना में अधिकतम तापमान 36, केलांग में न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री जबकि राजधानी शिमला में अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री दर्ज हुआ है। हिमाचल में मानसून द्वारा मचाए कोहराम को जांचने के लिए केंद्र की टीम 19 जुलाई तक हिमाचल आएगी। यहां पर दो-तीन दिन अपनी गहन जांच करने के उपरांत यह टीम अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगी, जिसके उपरांत ही मुआवजा राशि जारी होगी। ऐसे में हिमाचल में हुई तबाही और इसकी भरपाई करने के लिए हिमाचल सरकार भी केेंद्र से गुहार लगा चुकी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सचिव डीसी राणा ने कहा कि केंद्रीय टीम 19 जुलाई तक हिमाचल आ सकती है।