शिमला। हिमाचल में मानसून लगातार जानलेवा बनता जा रहा है। रविवार रात और सोमवार को हुए वर्षा जनित हादसों में 9 लोगों की मौत हो गई। सिरमौर में तीन, कांगड़ा में 2 और बिलासपुर, चम्बा, मंडी व शिमला जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इनमें सर्पदंश से 3, सड़़क हादसों में दो-दो, पहाड़ी से गिरने व भूस्खलन से एक-एक व्यक्ति ने दम तोड़ा है। चम्बा जिले की सलूणी तहसील के कंधबारा में आधी रात बादल फटने के बाद आई बाढ़ से 8 मकानों को नुक्सान पहुंचा है, वहीं 15 वर्षीय एक किशोर की मलबे से दबने से मृत्यु हो गई। इस घटना में दो लोग घायल हुए हैं। चम्बा सहित अन्य जिलों में जगह-जगह भूस्खलन से सड़कें बाधित होने से लोगों को आवागमन में कठिनाई आ रही है। किन्नौर जिले में भावनगर के समीप नैशनल हाईवे-पांच और लाहौल-स्पीति जिले में छत्रु के समीप एन.एच. 505 घंटों बाधित रहा। वहीं शिमला शहर से सटे टुटू कस्बे के पास सोमवार शाम को हुए भूस्खलन से नैशनल हाईवे-205 बाधित हो गया। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को राज्य में 46 सड़कें, 51 ट्रांसफार्मर और 24 पेयजल परियोजनाएं ठप रहीं।
इसके अलावा 12 कच्चे-पक्के मकान क्षतिग्रस्त हुए। चार पशुशालाओं, दो दुकानों और 12 घराट भी धराशायी हो गए। सबसे ज्यादा नुक्सान चम्बा जिले में हुआ है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में 12 अगस्त तक मौसम के खराब रहने की संभावना जताई है। 10 व 11 अगस्त को मैदानी, मध्य पर्वतीय व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि 9 और 12 अगस्त के दिन किसी तरह का अलर्ट नहीं रहेगा। राजधानी शिमला में बाद दोपहर जमकर वर्षा हुई। राज्य के अन्य भागों में भी मध्यम से भारी वर्षा होने का समाचार है। बीते 24 घंटों के दौरान नैना देवी में सबसे ज्यारा 108 मि.मी. वर्षा हुई। इसके अलावा तीसा में 38, खदराला में 34, नादौन में 33, सलोणी में 28, जुब्बड़हट्टी व पालमपुर में 25-25, बैजनाथ व कोठी में 20-20, घमरूर व कसौली में 16-16, भरमौर में 15, गग्गल में 14, छतराड़ी, धर्मशाला व मनाली में 13-13 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।