MLA विक्रमादित्य सिंह ने कहा- बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर क्षेत्रवाद की बीमारी से ग्रस्त
शिमला: हिमाचल सरकार ने बीते दिन कार्टन पर 6 फीसदी जीएसटी कम कर दिया है और एमआईएस पर एक रुपए बढ़ा दिया है. जिस पर कांग्रेस मुखर हो गई है और सरकार पर बागवानों के साथ भद्दा मजाक करार दिया है. कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सरकार ने किसान-बागवानों के साथ भद्दा मजाक कर रही है. पिछले साल प्रदेश के बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की वजह से किसान बागवानों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन बावजूद इसके महेंद्र सिंह ठाकुर ने कोई सीख नहीं ली. उन्होंने कहा कि महेंद्र सिंह ठाकुर क्षेत्रवाद की बीमारी से ग्रसित हैं और वे बागवानों का दर्द नहीं समझते.
विक्रमादित्य सिंह ने कैबिनेट में बागवानों को राहत के फैसले को भी भद्दा मजाक करार दिया. उन्होंने कहा कि जब बागवान अपने अधिकार की लड़ाई के लिए सड़क पर उतरा तब सरकार को राहत देने की याद आई, लेकिन यह राहत भी नाकाफी है. सरकार ने MIS पर एक रुपये बढ़ाकर बागवानों के साथ घटिया मजाक करने का काम किया है. इसके अलावा सरकार ने कार्टन पर जीएसटी 6 फीसदी कम करने का फैसला लिया है, लेकिन ये एचपीएम से कार्टन खरीद पर ही मिलेगा, जबकि 90 फीसदी बागवान निजी कंपनियों से ही कार्टन खरीदते हैं.
विधायक विक्रमादित्य सिंह (MLA Vikramaditya Singh) ने कहा कि सरकार यह जानती है कि वह विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ी है. ऐसे में बागवानों को खुश करने के लिए उनके साथ धोखा करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसान बागवानों के साथ बीते साढ़े चार साल में भद्दा मजाक हो किया है. कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने (MLA Vikramaditya Singh on CM Jairam) मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर जमकर हमला साधा. उन्होंने कहा कि अब आखिरी महीनों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी छवि सुधारने के लिए प्रसाद बड़े प्रशासनिक फेरबदल कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी नाकामी मुख्य सचिव पर लादने की कोशिश कर रहे हैं. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बार-बार सरकार रिपीट करने का दावा करते हैं, लेकिन उन्होंने जिस तरह बागवानों की रीड की हड्डी पर चोट की है, उससे सरकार का जाना तय है. विक्रमादित्य सिंह ने तंज करते हुए कहा कि मुख्य सचिव के साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और डीजीपी संजय कुंडू (DGP Sanjay Kundu) का जाना भी तय है. तीन महीने बाद यह भी घर पर बैठ कर आराम से छुट्टियां मना सकते हैं