अवैध शराब तस्करी का गढ़ बना कोलर गांव, एसआईयू ने फिर पकड़ा बड़ा जखीरा

Update: 2023-05-09 11:11 GMT
पौंटासाहिब। लगातार अवैध रूप से अवैध शराब के कारोबार में लिप्त कोलर का शराब गैंग एक बार फिर पुलिस को गच्चा दे गया है। बावजूद इसके पहले से घात लगाकर बैठी पुलिस को शराब का दो गाड़ियों में बड़ा जखीरा बरामद करने में कामयाबी भी मिली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार माजरा थाना के अंतर्गत एसआईयू की टीम को एक बार फिर से कोलर में हरियाणा से तस्करी कर लाई जा रही शराब का इनपुट मिला।
पावंटा साहिब के डीएसपी मानवेंद्र सिंह से मिले आदेशों के बाद एसआईयू टीम तुरंत मिले इनपुट के आधार पर रवाना हुई। पुलिस जैसे ही चंदन नर्सरी के समीप पहुंची तो वहां पर सड़क के किनारे रात को गाड़ी संख्या एचआर 26 बीयू 7077 तथा दूसरी गाड़ी एचपी 71-0016 बगैर ड्राइवर के और बगैर किसी व्यक्ति के पाई गई।
गुप्त सूचना के आधार पर मिली जानकारी के बाद पुलिस ने जब दोनों गाड़ियों की तलाशी ली तो दोनों ही वाहनों में एक बड़ा शराब और बीयर आदि का जखीरा बरामद हुआ। जिसमें गाड़ी संख्या एचआर 26 बीयू7077 में से तीन बॉक्स रॉयल स्टैग व्हिस्की, दो बॉक्स मैकडॉवेल व्हिस्की, 9 पेटी किंगफिशर बियर की तथा 19 पेटी देसी शराब की बरामद कर ली।
यहां यह भी बताना जरूरी है कि पकड़ी गई तमाम शराब फॉर सेल इन हरियाणा थी। जबकि दूसरे वाहन संख्या एचपी 71- 0016 में तलाशी के बाद 9 पेटी रॉयल स्टैग व्हिस्की, 15 पेटी किंगफिशर बियर हरियाणा मार्क बरामद की। एसआईयू टीम के द्वारा दोनों वाहनों को शराब सहित जब्त कर माजरा थाना ले जाया गया।
पुलिस के द्वारा मामला दर्ज कर गाड़ी के वाहनों के आधार पर उनके मालिकों की तलाश शुरू कर दी है। बरहाल बड़ा सवाल यहां यह भी उठ रहा है कि हिमाचल प्रदेश का एकमात्र यह एक ऐसा गांव बन गया है जहां शराब तस्करी में एक बड़ा गैंग क्लिप है। अवैध शराब के कारोबार से यह गैंग काफी लंबे समय से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
जानकारी तो यहां तक यह भी है कि यह सरकार द्वारा संचालित किए जा रहे शराब के ठेकों के ठीक समानांतर अवैध शराब के ठेके चला रहा है। जानकारी तो यह भी है कि शादी विवाह आदि अवसरों पर लोग इनको होम डिलीवरी का ऑर्डर भी देते हैं। अवैध शराब के कारोबार से जुड़ा यह बड़ा गैंग बड़े ही योजनाबद्ध तरीके से काम करता है।
हालांकि पुलिस इनके इस अवैध कारोबार के धंधे को कई बार पकड़ भी चुकी है अब मगर कानून में सख्त सजा का प्रावधान ना होने के चलते यह समग्र अक्सर छूट जाते हैं। वहीं इन अवैध शराब के समझ लोगों से सबसे बड़ा नुक्सान सरकार को और ठेकेदार को हो रहा है। बरहाल खबर की पुष्टि डीएसपी पावंटा साहिब मानवेंद्र ठाकुर के द्वारा की गई है।
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