प्रदेश में जनवरी-फरवरी महीने में 248 दुर्घटनाओं में 451 लोग घायल, सडक़ हादसों में 128 लोगों ने गंवाई जान

Update: 2023-03-25 09:24 GMT
पालमपुर: प्रदेश में सडक़ हादसों और उनमें जान गंवाने वालों का आंकड़ा चिंताजनक तौर पर बढ़ता जा रहा है। 2021 और 2022 में सडक़ दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या एक-एक हजार से अधिक रही थी। तो इस साल पहले दो माह में ही सडक़ हादसों ने 128 लोगों की जान लील ली है। प्रदेश में वाहनों की संख्या में लगातार हो रहे इजाफे के साथ सडक़ दुर्घटनाओं की संख्या में भी वुद्धि हो रही है। यातायात नियमों के पालन को लेकर प्रदेश भर में समय-समय पर चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों के बावजूद सडक़ हादसों और उनमें जान गंवाने वालों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। राष्ट्रीय स्तर पर हुए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि प्रदेश की सडक़ों पर वाहन हादसों का सबसे बड़ा कारण चालकों की लापरवाही है। सडक़ हादसों का दूसरा बड़ा कारण तेज रफ्तार और वाहन चालक का नशे में होना माना गया।
आंकड़े बताते हैं कि बीते एक दशक में प्रदेश में सडक़ दुर्घटनाओं का ग्राफ चार साल को छोड़ तीन हजार से अधिक रहा है। इस वर्ष पहले दो माह में प्रदेश में 248 सडक़ हादसों में 128 लोगों की जान चली गई वहीं 451 घायल हुए। जनवरी और फरवरी में सबसे अधिक सडक़ दुर्घटनाएं जिला शिमला में हुई और यह आंकड़ा 52 तक जा पहुंचा। जिला कांगड़ा और मंडी में सडक़ दुर्घटनाओं का ग्राफ 40 को पार कर गया। जिला कांगड़ा में दो माह में 48 और जिला मंडी में 40 सडक़ हादसे पेश आए। जिला शिमला, कांगड़ा और मंडी तीन जिलों में ही प्रदेश में हुए कुल हादसों में से 50 फीसदी से अधिक दर्ज किए गए। दो माह में जिला सिरमौर में 34, जिला उना में 26, जिला बिलासपुर में 23 सडक़ हादसे सामने आए। वहीं अन्य जिलों में यह आंकड़ा 20 से कम रहा। जिला किन्नौर में पांच सडक़ दुर्घटनाएं हुई। -एचडीएम
फरवरी तक सडक़ हादसे
शिमला 52, कांगड़ा 48, मंडी 40, सिरमौर 34, ऊना 26, कुल्लू 9, बिलासपुर 23, सोलन 15, हमीरपुर 18, चंबा 18, किन्नौर 5
Tags:    

Similar News

-->