हिमाचल। उच्च न्यायालय के आदेशानुसार लोक निर्माण विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सड़क किनारे स्थित अवैध ढारों व मकानों को ध्वस्त कर दिया है। विभाग की इस कार्रवाई के बाद अब फिर से कई अवैध कब्जाधारियों ने फिर से कब्जा करना शुरू कर दिया है। इसका उदाहरण शिमला-सुन्नी सड़क पर गांव धार के बस स्टॉप के पास देखने को मिला है, जहां पर लोक निर्माण विभाग द्वारा ध्वस्त किए गए ढाबे को फिर से बनाया गया है जोकि वन विभाग की भूमि पर बनाए गए हैं। इसी तरह ढली से देवीधार तक सड़क किनारे खनन माफिया का अधिकार बना हुआ है। सड़क के किनारे जगह-जगह पर दिन-प्रतिदिन मलबे के ढेर लगाए जा रहे हैं। ये मलबा लोगों की जमीन, वन भूमि व चारागाह में घुस रहा है। यही नहीं, सड़क किनारे लगे मलबे के ढेरों से दुर्घटना होने का अंदेशा भी बना हुआ है। इसे लेकर नीन पंचायत के लोगों का कहना है कि ये मलबा ढली, बलदेयां व मशोबरा से लाया जा रहा है। खनन माफिया द्वारा लगाए गए मलबे के ढेरों की कोई सुध न लेते हुए लोक निर्माण विभाग व वन विभाग मूकदर्शक बने हुए हैं।