विरासत में मिली आर्थिक बदहाली से 4 वर्षों में उभर जाएगा हिमाचल: सुखविंदर सिंह
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि भाजपा के वित्तीय कुप्रबंधन के चलते आर्थिक बदहाली वाली स्थिति कांग्रेस सरकार को विरासत में मिली बावजूद इसके जनहित में बड़े फैसले लिए जा रहे। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं और 4 वर्षों के भीतर इसके परिणाम सभी के सामने होंगे। मंगलवार को राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार 75 हजार करोड़ का कर्ज प्रदेश पर छोड़ कर गई, उसके अनुसार प्रदेश के हर व्यक्ति पर 92,840 रु पए का कर्ज है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संसाधनों की कमी के बावजूद 10 गारंटियों को पूरा करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। ओपीएस को आते ही बहाल कर सरकार ने अपनी पहली गारंटी को पूरा किया। इसी तरह प्रदेश के 6 हजार अनाथ बच्चों का 27 साल तक सारा खर्च सरकार उठाएगी। इसके लिए उन्हें अधिकार देते हुए मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना शुरू की गई है। 2.31 हजार महिलाओं को पैंशन देने का प्रावधान किया गया है। स्पीति की 9 हजार महिलाओं को ये लाभ दिया जाएगा।
पूर्व सरकार में बेचे गए पेपर
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पूर्व सरकार में पेपर बेचे जाते थे, ऐसे होने से पात्र युवाओं को रोजगार नहीं मिल पाता था। उन्होंने कहा कि पेपर लीक जैसे मामलों देख हमीरपुर अधीनस्थ चयन बोर्ड को भंग किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा कैसी सरकार थी, जिसके राज में सरेआम पेपर बेचे जा रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखा है और डीए की किस्त जारी किए जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार ने केवल प्रदेश की जनता को गुमराह करने का काम किया। जो वायदे प्रदेश की जनता से किए, उन्हें पूरा तक नहीं किया गया। अंतिम समय में बिना बजट की घोषणाएं की गईं लेकिन प्रदेश की जनता भाजपा के बहकावे में नहीं आई।