हिमाचल प्रदेश: आने वाली पीढ़ी के लिए GK का प्रश्न होगा स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ का राज्य स्तरीय समारोह
हिमाचल प्रदेश
नाहन, 14 अगस्त : वैसे तो हरेक 'स्वतंत्रता दिवस' खास होता है, लेकिन इस बार समूचा देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव के रंग में भी देश डूबा हुआ है। 'हर घर तिरंगा' का तिरंगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया है। ऐसे में हर राज्य में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस भी खास है।
आजादी के 75 साल का जश्न हरेक कोने में मनाया जा रहा है, लेकिन वो स्थान इतिहास में दर्ज होगा, जहां राज्य के मुख्यमंत्री इस खास दिन पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। लिहाजा, इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होनी चाहिए कि जब आने वाली पीढ़ियों से ये सवाल पूछा जाएगा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ का राज्य स्तरीय समारोह कहां आयोजित किया गया था तो इसका जवाब सिरमौर का 'सराहां' होगा।
ये भी हो सकता है कि आने वाले समय में ये सवाल प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछा जाए।
पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में राजगढ़ की तुलना में सराहां उपेक्षित रहा। देहरादून-नाहन-शिमला हाईवे पर सराहां एक कस्बे का रूप ले चुका है, लेकिन पंचायत के रूप में ही दर्ज है। 75वीं वर्षगांठ के राज्य स्तरीय समारोह के सराहां में आयोजित होने से भाजपा को भी मजबूती मिलने की उम्मीद जाहिर की जा रही है।
करीब एक दशक में सराहां ने एसडीएम व डीएसपी कार्यालयों के अलावा डिग्री काॅलेज की मांगों को मनवाने में सफलता हासिल की, लेकिन इसके लिए सराहांवासियों को कई बार तेवर भी तीखे करने पड़े। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर सूबे के कर्मचारियों व पेंशनरों को भी खासी उम्मीदें हैं। एक अहम बात ये भी है कि जयराम सरकार के मौजूदा कार्यकाल का ये अंतिम स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम है।
26 जनवरी 2023 तक अगली सरकार बन चुकी होगी। ये तो भविष्य के गर्भ में ही है कि जयराम सरकार प्रदेश में रिवायत बदलने में सफल होगी या नहीं, अंतिम स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम होने के कारण हरेक हिमाचली को कुछ खास घोषणाएं मिलने की उम्मीद बंधी हुई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप की गृह पंचायत बजगा भी सराहां से चंद कोस की दूरी पर है।
बता दें कि राजनीति में उतरने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पहला विधानसभा चुनाव हार गए थे, लेकिन इसके बाद से हार का सामना नहीं किया है। राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व प्रदेश अध्यक्ष के बीच की करीबियां भी जगजाहिर हैं।
उधर, एक अन्य जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सोमवार को शिमला से सड़क मार्ग से सराहां पहुंचेंगे। वापसी में क्वागधार हेलीपैड से वापस राजधानी रवाना होंगे।
हालांकि, पुष्टि नहीं है लेकिन बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्यपाल के लिए हेलीकॉप्टर को ड्राॅप किया है।
कुल मिलाकर 'सराहां' का नाम इस कारण इतिहास में होगा कि यहां आजादी की 75वीं वर्षगांठ का राज्य स्तरीय समारोह आयोजित हुआ।