नूरपुर/कांगड़ा: हिमाचल के कांगड़ा जिले में बरसात (Heavy Rain in Kangra District) का कहर जारी है. नूरपुर विधानसभा क्षेत्र (Nurpur Assembly Constituency) के कंडवाल चक्की पुल जो कि पठानकोट, जम्मू-कश्मीर, पंजाब से हिमाचल को आने जाने की अहम भूमिका निभाता है उसे फिलहाल बन्द किया गया है. इस पुल को बन्द करने की मुख्य वजह पिछले दिनों पहाड़ों में हो रही भारी बारिश है.
भारी बारिश के चलते चक्की खड्ड में पानी का बहाव बढ़ गया है, जिसके चलते पहले यहां रेलवे का पुल गिर गया. उसके साथ ही जो दूसरा यातायात के लिए जो पुल बना हुआ है उसके आसपास दस फीट नीचे पानी बहना शुरू हो गया है. ऐसे में नये बने पुल के दो पिलर समाने दिखाई देना शुरू हो गए हैं. ज्यादा पानी के बहाव को देखते हुए पुल को रविवार रात से यातायात के लिए बन्द कर दिया गया है.
एएसपी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि ज्यादा बारिश से पानी का बहाव बढ़ने से पहले रेलवे का पुल बह गया था. उसे ध्यान में रखते हुए पानी के बहाव से दूसरे पुल को कोई खतरा न हो इसलिए हमने ने निर्णय लिया कि इसे यातायात के लिए बन्द किया जाए. उन्होंने कहा कि जब तक पानी का बहाव ज्यादा है तब तक के लिए बन्द किया जाए और फिलहाल यातायात के लिए दूसरी सड़क इस्तेमाल की जा रही है. उन्होंने कहा कि निरीक्षण किया जा रहा है जैसे ही कोई जांच रिपोर्ट आ जाएगी तो फिर इस सड़क को खोल दिया जाएगा.
चक्की पुल यातायात के लिए बंद.
वहीं, कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर (Kangra parliamentary constituency MP Kishan Kapoor) ने बारिश के कारण पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन के महत्वपूर्ण चक्की रेलवे पुल के ढह जाने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अंग्रेजों के जमाने के निर्मित लगभग 95 वर्ष पुराने इस पुल के ढह जाने से कांगड़ा जिले की इस हेरिटेज लाइन पर अब लंबे समय तक रेल सेवा प्रारम्भ नहीं हो पाएगी.
इसके साङ उन्होंने कहा कि इस स्थान पर अवैध खनन के माध्यम से प्रकृति के साथ अनावश्यक छेड़छाड़ लगातार की जा रही थी, जिसका खमियाजा आज कांगड़ा के लोगों को भुगतना पड़ा (Rail bridge collapsed in Kangra) है. उन्होंने कहा है कि वास्तव में जलवायु परिवर्तन भी मानवजनित समस्या है. उन्होंने कहा है कि चक्की रेलवे पुल के बारे में वे शीघ्र ही प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को पत्र लिख कर इसकी मरम्मत करने या नया पुल बनाने का अनुरोध करेंगे. ताकि पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन (Pathankot - Jogindernagar Rail Line) फिर बहाल हो सके.