परिक्रमा करने निकले देव चुंजवाला को छीन ले गए दूसरी हार के देवलू

Update: 2023-07-06 09:24 GMT
गोहर। सराज के आराध्य देव चुंजवाला के हारियानों में देवता के रथ को लेकर अब नया विवाद खड़ा हो गया है। परिक्रमा करने निकले देव चुंजवाला के रथ को जौणी हार के देवलुओं द्वारा जबरन छीनकर ले जाने का मामला सामने आया है। घटना के दौरान दो गुटों के बीच हुई हाथापाई में देवता के 4 कारिंदे जख्मी हो गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार मामले में 34 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। बता दें कि देव परंपरा के अनुसार देव चुंजवाला अपनी हारियों में हर साल परिक्रमा में निकलते हैं। यह परिक्रमा करीब डेढ़ माह तक चलती है। परिक्रमा को हुए करीब 25 ही दिन हुए थे कि जौणी हार के देवलू नैहरा हार के बीच चली परिक्रमा की रस्मों में समय अवधि से पूर्व ही रथ को छीन कर ले गए, जिससे बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। शिकायतकर्ता राजेन्द्र सिंह ने बताया कि विवाद पुजारी को लेकर चल रहा था। जिसमें जौणी हार के कुछ लोग अपने आपको देवता का पुजारी मानते हैं।
देवता की आज्ञा के अनुसार तथा कथित पुजारी को देवता से मान्यता नहीं है तथा देव पूजा अधिकृत खानदानी पुजारी ही करते आ रहे हैं लेकिन उक्त हारी के लोग देवता और देव कमेटी के आदेशों की पहले से अवहेलना करते पाए गए हैं। 6 तारीख तक देवता का रहना नैहरा हार में ही सुनिश्चित था जिसके बाद देवता की परिक्रमा अभी 6 दिनों तक कांडा द्वितीय हार में होना निश्चित थी। परिक्रमा के दौरान जौणी हार के 60 से 70 लोग तंग रास्ते में घात लगाए बैठे थे। जैसे ही देवता की परिक्रमा के दौरान उनके पास से होते हुए गुजरे तो उन लोगों ने हमला कर दिया। परिक्रमा में शामिल देवलुओं के विरोध जताने पर आरोपियों द्वारा उठाकर पटका गया और उनके साथ मारपीट की गई। देव कारदार बुधे राम ने कहा कि देवता के विवाद के हल को लेकर कमेटी चेयरमैन और चुनिंदा लोग जौणी हार जा रहे हैं ताकि देव समाज और परंपरा कायम रखी जा सके। उधर, पुलिस अधीक्षक मंडी सौम्या साम्बाशिवन ने मामले की पुष्टि है। उन्होंने बताया कि मामला औट थाने के अंतर्गत आती पुलिस चौकी बालीचौकी का है। पुलिस की जांच जारी है।
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