हमीरपुर। भारत में लगातार बढ़ती साइबर आधुनिकता और साइबर लॉ की लचर व्यवस्था पर चिंता जताते हुए हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन व प्रवक्ता अभिषेक राणा ने कहा कि भारत आज 5G टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है और साइबर आधुनिकता तेजी से आगे बढ़ रही है। आधुनिकता भले ही किसी भी कार्य को सरलता प्रदान करती है लेकिन इसके नुक्सान की ओर आज किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा। आज के युग में टैक्नोलॉजी और डिजिटल माध्यमों से जीवन तो आसान हो गया है लेकिन उससे भी अधिक लोग साइबर चोरी और ठगी का शिकार हो रहे हैं, जिसमें न केवल आम आदमी बल्कि बड़े-बड़े बिजनेसमैन और राजनेता भी आते हैं। केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया जैसे बड़े-बड़े नाम इस्तेमाल करती है लेकिन साइबर फ्रॉड रोकने के लिए उसके पास अभी तक कोई मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है, ऐसे में हमें चाहिए कि साइबर लॉ को और अधिक कड़ा किया जाए और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को इतना मजबूत कर दिया जाए कि इस तरह की साइबर चोरियां न हो पाएं।
चोरी करने वाले को तुरंत डिजिटल माध्यम से ट्रैक करके पकड़ा जा सके ताकि लोगों का आर्थिक नुक्सान न हो। अभिषेक राणा ने हिमाचल प्रदेश के बारे में भी चिंता जताते हुए कहा कि आए दिन प्रदेश में अनेकों ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं जहां पर हिमाचल प्रदेश का आम आदमी भी इन डिजिटल फ्रॉड का शिकार हो रहा है और दुख की बात यह है कि साइबर फ्रॉड करने वाले चोर भी साफतौर पर बच जाते हैं। इसीलिए साइबर प्लेटफॉर्म्स की सिक्योरिटी और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को इतना मजबूत कर देना चाहिए की ऐसी घटना हो ही न सके। अभिषेक राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार को भी इस मुद्दे पर गहन मंथन करते हुए प्रदेश में साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से साइबर लॉ को और मजबूत बनाना चाहिए। साइबर इंफ्रास्ट्रक्चर को अत्याधिक मजबूत करना चाहिए और प्रदेश में साइबर कानून को लेकर कड़े से कड़े प्रावधान होने चाहिए। यदि हमारे डिजिटल प्लेटफॉर्म, साइबर लॉ और इंफ्रास्ट्रक्चर सुदृढ़ होंगे तभी हम सही मायने में डिजिटलीकरण की ओर आगे बढ़ पाएंगे।