यूं ही नहीं हटाए गए राम सुभग सिंह
मुख्य सचिव के पद से राम सुभग सिंह को यूं ही नहीं हटाया गया। पीएमओ से उनके खिलाफ आई एक चिट्ठी के कारण विपक्ष ने उनको घेरने का प्रयास किया। इसी तरह सत्ता-संगठन के स्तर पर मिले फीडबैक के आधार पर भी यह निर्णय लिया गया। हालांकि सरकार उनको नया मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) नियुक्त कर सकती है लेकिन इसको लेकर अभी चयन समिति की बैठक होनी है।
वर्तमान सरकार में 7वें मुख्य सचिव बने धीमान
प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में आरडी धीमान 7वें मुख्य सचिव बने हैं। वर्तमान सरकार ने सत्ता में आते ही वीसी फारका को सबसे पहले मुख्य सचिव पद से हटाकर उनके स्थान पर विनीत चौधरी की तैनाती की थी। इसके बाद बीके अग्रवाल मुख्य सचिव बने, लेकिन बीच में ही वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए। उसके बाद डाॅ. श्रीकांत बाल्दी मुख्य सचिव बने और अपना कार्यकाल पूरा किया। फिर अनिल खाची को सरकार ने मुख्य सचिव बनाया, जिनको गत वर्ष पद से हटाकर राम सुभग सिंह को प्रदेश का प्रशासनिक मुखिया बनाया गया। हालांकि खाची को पद से हटाए जाने के बाद राज्य निर्वाचन आयुक्त जैसा अहम दायित्व सौंपा गया। अब राम सुभग सिंह को पद से हटाकर आरडी धीमान को मुख्य सचिव बनाया गया है तथा उन्होंने जिन अधिकारियों को सुपरसीड किया है, उनको सरकार ने प्रधान सलाहकार लगाया है। आरडी धीमान ऊना जिले के धलवाड़ी से संबंध रखते हैं।
राज्यपाल व मुख्यमंत्री से की मुलाकात
नए मुख्य सचिव आरडी धीमान ने शुक्रवार सायं राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर एवं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ अलग-अलग मुलाकात की। राज्यपाल ने इस अवसर पर आरडी धीमान को मुख्य सचिव बनने पर बधाई दी तथा उम्मीद जताई कि उनके प्रशासनिक अनुभव से प्रदेश को लाभ मिलेगा। मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मुलाकात की तथा अपनी नियुक्ति के लिए उनका आभार जताया।
सबने अच्छा कार्य किया : जयराम ठाकुर राम सुभग सिंह को मुख्य सचिव के पद से हटाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में जितने भी मुख्य सचिव रहे हैं, सबने अच्छा कार्य किया है। राम सुभग सिंह को आने वाले समय में कौन सा दायित्व मिलता है, यह अगला विषय है। उन्होंने कहा कि फारका पूर्व सरकार के मुख्य सचिव थे, जिस कारण उनको बदला गया। इसके बाद कई ने अपना कार्यकाल पूरा किया तथा कुछ ने बेहतर अवसर मिलने पर पद को छोड़ा। ऐसे में उनके कार्यकाल में छठे मुख्य सचिव बने, इससे किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।