फेसबुक पर फोटो डालते ही पकड़े गए, ननखड़ी में फंदा लगाकर काले भालुओं का किया शिकार
शिमला। शिमला जिला की ननखड़ी फॉरेस्ट रेंज में हिमालयन काले भालूओं के शिकार का मामला सामने आया है। हैरतअंगेज बात यह है कि फंदा लगाकर दो भालुओं का शिकार करने वाली गैंग का मुख्य आरोपी राजस्थान का रहने वाला है। फंदे से पकड़े गए भालूओं को मारने के बाद इनकी खाल के साथ सोशल मीडिया पर फोटो डालते ही पूरी गैंग को पकड़ लिया गया है। अब तक 3 गिरफ्तारियां इस मामले में हो चुकी हैं। जानकारी के अनुसार यह घटना ननखड़ी रेंज के अंतर्गत जंगल में हुई है। वन विभाग के आरओ ननखड़ी ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को दबोच लिया और भालू की खाल और अन्य अवशेषों को जब्त कर लिया है।
डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर कायथ ने कहा कि उन्हें सूचना मिली की कुछ स्थानीय लोगों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा है। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उक्त व्यक्ति ने अपना नाम सुनील कुमार निवासी राजस्थान बताया। यह व्यक्ति जरोल टिक्कर में जेसीबी चलाता है। उसने पुलिस को बताया कि शिकार किए गए भालू को उसने अपने दोस्त के पास एक नाले में रखा है। पुलिस आरोपी सुनील कुमार को मौके पर ले गई।
रामपुर वन मंडल के डीएफओ ने बताया कि दो भालुओं को मारने के लिए स्नेरिंग तकनीक का इस्तेमाल किया था। इसके बाद मौके से भालू के अवशेष भी बरामद हुए हैं। जिसके बाद कानून के प्रावधानों के अनुसार इन्हें बरामद और जब्त किया गया। इन्होंने भालू को मारने के बाद खुद ही सोशल मीडिया पर फोटो डाले थे। यह क्षेत्र कोटगढ़ के नारकंडा बीट के अधिकार क्षेत्र में आता है। इसके लिए रेंज कोटगढ़ वन प्रमंडल को जब्त की गई सभी सामग्री सौंप दी गई है। पुलिस ने वन्य जीव की संबंधित धाराओं के तहत आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। भालुओं की उम्र करीब 3 से 4 साल की बताई गई है। वन संरक्षण अधिनियम, 1972 आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए कुमारसैन पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। रामपुर वन प्रमंडल की टीम ने छापेमारी के 7 घंटे के अंदर ही आरोपी को दबोचने में सफलता हासिल की है।