शनिवार को रोजगार संघर्ष यात्रा ने एक बार फिर कांग्रेस की गुटबाजी को हवा दे दी। शक्ति प्रदर्शन के बीच नाहन में कुछ कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। पांवटा साहिब से नाहन आते वक्त पहले मिश्रवाला में कार्यकर्ताओं के बीच खूब बवाल मचा।
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के नाहन कांग्रेस की गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को रोजगार संघर्ष यात्रा ने एक बार फिर कांग्रेस की गुटबाजी को हवा दे दी। शक्ति प्रदर्शन के बीच नाहन में कुछ कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। पांवटा साहिब से नाहन आते वक्त पहले मिश्रवाला में कार्यकर्ताओं के बीच खूब बवाल मचा। इसके बाद नाहन पहुंचने पर दो गुटों के कुछ कार्यकर्ताओं में आपस में बहसबाजी के बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
हालांकि, कांग्रेसी नेताओं के बीचबचाव के बाद मामला शांत हो गया लेकिन नाहन कांग्रेस में टिकट को लेकर दो गुटों के समर्थकों में आपस में चल रही तनातनी किसी से छिपी नहीं है। बता दें कि टिकट को लेकर नाहन में अजय सोलंकी और मोहम्मद इकबाल गुट काफी सक्रिय हैं। रोजगार संघर्ष यात्रा के दौरान हुए शक्ति प्रदर्शन में भी दोनों गुटों के समर्थक अपने-अपने नेता के पक्ष में नारेबाजी करते दिखे। दोनों गुटों के कार्यकर्ता अपने नेता के बैनर व पोस्टरों के साथ नजर आए। इस प्रकरण से विक्रमादित्य भी काफी निराश दिखे।
बता दें कि 12 जून को सलानी में भारत जोड़ो सद्भावना सम्मेलन के दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के सामने ही कांग्रेस के दो धड़ों के बीच आपसी गुटबाजी सार्वजनिक मंच पर जगजाहिर हो गई थी। मामला यहीं शांत नहीं हुआ। अनुशासन का पाठ पढ़ाने के बावजूद कांग्रेस के नेताओं में आपसी झड़प और मारपीट का मामला पुलिस तक जा पहुंचा, जिसके बाद सिरमौर कांग्रेस कमेटी को भंग करना पड़ा। अब भी कांग्रेस के बीच वर्चस्व की जंग जारी है।
नाहन के बड़ा चौक में हुई जनसभा के दौरान कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता भी नदारद दिखे। कुल मिलाकर चुनावी साल में भी नाहन कांग्रेस ब्लॉक की गुटबाजी नहीं थम रही है। बंद कमरे से लेकर कांग्रेस की गुटबाजी सड़कों पर भी सार्वजनिक हो रही है। उधर, विधायक विक्रमादित्य सिंह ने गुटबाजी को नकारते हुए कहा कि टिकट मांगना सबका हक है। कांग्रेस पार्टी सर्वे के आधार पर ही टिकट का आवंटन करेगी। सभी कार्यकर्ता मिलकर पार्टी को मजबूत करेंगे।