शिमला | रैड अलर्ट के बीच में 4 दिन प्रदेश में हुई तबाही की बारिश ने भूस्खलन व बाढ़ आने की घटनाओं में 66 लोगों को निगल लिया है जबकि 6.75 अरब की संपत्ति को नुक्सान हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार 12 से लेकर 16 अगस्त दोपहर 12 बजे तक यह नुक्सान प्रदेशभर में हुआ है, जिसमें सबसे अधिक तबाही मंडी व शिमला जिला में हुई है। 12 अगस्त को मृतकों का आंकड़ा जो 255 था, वह 16 अगस्त को बढ़कर 327 हो गया है। राज्य में 125 लोगों की हुई मौत में 91 लोग भूस्खलन, 18 लोग बाढ़ आने और 16 लोग बादल फटने की घटनाओं में काल का ग्रास बने हैं। 12 अगस्त तक भूस्खलन की घटनाएं 87 थीं, जो अब बढ़कर 113 हो गई हैं। यानी 4 दिनों में भूस्खलन की प्रदेश में 26 घटनाएं घटित हुई हैं। बाढ़ आने की 4 ही घटनाएं प्रकाश में आई हैं। 12 अगस्त तक जहां 54 घटनाएं थीं, वहीं अब इनकी संख्या बढ़कर 58 हो गई हैं। 4 दिनों में नुक्सान का आंकड़ा 6.75 अरब से अधिक हुआ है। नुक्सान का आंकड़ा अब 74.82 अरब पार कर गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि राज्य में इस बार भारी आपदा के कारण 10 हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति को नुक्सान हुआ है और प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को डिवैल्प करने में ही एक वर्ष का समय लग जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को रिस्टोर वर्क पूरी प्रगति से चलाने के निर्देश दे दिए गए हैं और सड़कों, बिजली व पानी आदि मूलभूत सुविधाओं को प्राथमिकता पर पूरा करने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं। वह शिमला में मीडिया से अनौपचारिक मुखातिब थे।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार गुरुवार को मौसम के साफ रहने के आसार हैं। मैदानी/निचले व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्य दर्जे की बारिश हो सकती है, जबकि उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा। 18 से 20 अगस्त तक यैलो अलर्ट रहेगा, जबकि प्रदेश में 22 अगस्त तक मौसम के खराब रहने का अनुमान है।