मनाली। दारचा-शिंकुला मार्ग पर बीआरओ के 3 जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए हैं। घटना के बाद बीआरओ ने 2 कर्मचारियों के शव बरामद कर लिए हैं जबकि एक की तलाश जारी है। रविवार दोपहर बाद हुई इस दर्दनाक घटना में बीआरओ को यह नुक्सान उठाना पड़ा है। बता दें कि गत दिनों हुए भारी हिमपात से शिंकुला दर्रे में 4 फुट बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। बीआरओ ने इस बार शिंकुला दर्रे को बहाल कर लेह लद्दाख को अधिकतर समय मनाली से जोड़े रखा है। बीआरओ रोहतांग टनल के बाद अब शिंकुला दर्रे में टनल का निर्माण करने जा रहा है।
इस बार 12 जनवरी को हुए भारी हिमपात के बाद लेह लद्दाख का मनाली से सम्पर्क कटा हुआ है। बीआरओ ने कुछ दिन पहले ही मौसम साफ होते ही दारचा-शिंकुला मार्ग की बहाली शुरू की थी। आज बीआरओ की टीम दारचा से कुछ किलोमीटर आगे सड़क से बर्फ हटाने में जुटी थी कि अचानक पहाड़ी से हिमस्खलन हुआ और बीआरओ के तीन जवान उसकी चपेट में आ गए। बीआरओ चीफ इंजीनियर जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि दारचा-शिंकुला मार्ग पर हिमस्खलन हुआ है, जिसकी चपेट में बीआरओ के तीन जवान आ गए। उन्होंने कहा कि 2 जवानों के शव बरामद कर लिए हैं जबकि एक की तलाश अभी जारी है।