करनाल। हरियाणा के करनाल जिले के गांव सुहाना से कर्ण विहार में दूध लेने आए सरपंच की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। परिजनों ने हत्या होने की आशंका जताई है। सोमवार सुबह परिजन मामले की जांच के लिए सेक्टर 32-33 थाना पहुंचे। परिजनों ने मांग की है कि जब तक मामले की सच्चाई सबके सामने नहीं आती, तब तक वह शव नहीं लेंगे।
रात 10 बजे मिली परिजनों को सूचना
मिली जानकारी के अनुसार, गांव सुहाना के सरपंच जगबीर सिंह (32) रात को करीब साढ़े 9 बजे दूध लेने के लिए कर्ण विहार गए थे। 10 बजे के करीब परिजनों को सूचना मिली की सरपंच जगबीर के साथ सड़क हादसा हो गया है। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। जगबीर के सिर से खून बह रहा था। परिजन तुरंत उसे अस्पताल लेकर आए तो डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया।
प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था जगबीर
मृतक जगबीर के भाई ने बताया कि उसका भाई गांव का सरपंच था और अब उनका कार्यकाल खत्म हो चुका था तो वह कर्ण विहार के पास ही प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था। किसी ने रंजिश के चलते उसके भाई हत्या की है। उसका किसी से एक्सीडेंट नहीं हुआ।
बाइक से 50 मीटर दूर पड़ा मिला जगबीर
मृतक सरपंच जगबीर के भाई ने बताया कि रात को जब वह घटना स्थल पर पहुंचे तो 100 मीटर पहले दूध सड़क पर गिरा हुआ था और उसके बाद भाई सड़क के किनारे पड़ा था। करीब 50 मीटर दूर बाइक पड़ी थी। जगबीर के सिर से खून बह रहा था, बाकी शरीर पर कहीं चोट के निशान नहीं हैं।
लोहे की रॉड से किया किसी ने हमला
मृतक के परिजनों का आरोप है कि जगबीर की किसी वाहन के साथ टक्कर नहीं हुई। क्योंकि न तो उसके शरीर पर सड़क पर गिरकर चोट लगने के निशान थे और न ही किसी के साथ टक्कर लगने पर चोट के कोई निशान। उनके भाई पर किसी ने लोहे की रॉड से सिर पर हमला किया है, जिससे उसकी मौत हुई है।
दो बच्चों का पिता था जगबीर
मृतक सरपंच के भाई ने बताया कि जगबीर के दो बच्चे हैं। जगबीर अकेले ही घर में कमाने वाला था। उन्हें शक है कि किसी ने प्रॉपर्टी के काम के चलते ही उसके भाई पर हमला करवा कर उसकी हत्या की है। जब तक पुलिस इस मामले में उन्हें संतुष्ट नहीं करती, तब तक वह भाई का शव नहीं लेंगे।
पुलिस कर रही मामले की जांच
सेक्टर 32-33 थाना प्रभारी राजीव ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर ही है। परिजनों ने कुछ लोगों पर शक जताया है कि उन्होंने जगबीर की हत्या की है। पुलिस मामले की जांच कर ही है। वहीं परिजनों को शव लेने के लिए समझाने का प्रयास किया जा रहा है।