चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि स्टेट लेन ड्राइविंग के लिए मानक संचालक प्रकिया (एसओपी) तैयार की जाएगी और राजमार्गों पर लेन ड्राइविंग लागू करना सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि घातक दुर्घटनाओं से बचने के लिए विभाग द्वारा लेन ड्राइविंग का सख्ती से पालन करने के लिए लोगों को शिक्षित और संवेदनशील भी किया जाना चाहिए। यह जानकारी आज यहां मुख्य सचिव ने राज्य में सड़क सुरक्षा प्रयासों की समीक्षा के लिए संबंधित विभागों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। मुख्य सचिव ने सड़क दुर्घटना संभावित बिंदुओं के सुधार, स्पीड ब्रेकर/रंबल स्ट्रिप्स, साइन बोर्ड, रोड मार्किंग, कैट आई, डेलिनेटर और ब्लैक स्पॉट आदि जैसे उपकरणों की स्थापना की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई चूक नहीं होनी चाहिए और सड़क पर होने वाली किसी भी घातक घटना को रोकने के प्रयास किए जाने चाहिए।
बैठक में बताया गया कि भारत सरकार के परिवहन मंत्रालय द्वारा स्थापित एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आईआरएडी) सभी राज्यों के लिए शुरू किया गया है और इसे हरियाणा में भी लागू किया गया है, जिसमें इस परियोजना के लिए परिवहन विभाग को नोडल अथॉरिटी भी बनाया गया है। परिवहन विभाग के अलावा पुलिस, स्वास्थ्य, एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, एचएसआईआईडीसी, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और स्थानीय स्तर के उपक्रमों/विभागों को भी शामिल किया गया है, जिसमें संबंधित विभागों के नोडल अधिकारी राज्य और जिला स्तर पर सड़क सुरक्षा परियोजना पर काम करेंगे। परिवहन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप विर्क ने बताया कि साल 2014 के बाद से सड़क सुरक्षा उपायों को लागू करने के बाद सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी आई है। उन्होंने बताया कि राज्य सड़क सुरक्षा परिषद सचिवालय द्वारा प्रदेश में सड़क सुरक्षा के प्रयासों को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए संबंधित सभी रिक्त पदों को तत्काल भरा जाएगा। तकनीकी स्टाफिंग आवश्यकताओं के मामले में परिवहन विभाग द्वारा अनुबंधित कर्मियों को नियुक्त किया जाएगा ताकि परिवहन व्यवस्थाओं को सही प्रकार से संचालित करने के लिए लीड एजेंसी अच्छी तरह से काम कर सके।