हरियाणा में किसानों ने पराली को बनाया चारा, कृषि मंत्री ने पंजाब सरकार को घेरा

हरियाणा न्यूज

Update: 2022-11-05 11:13 GMT
चंडीगढ़: इन दिनों दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के कई शहरों में प्रदूषण ने जबर दस्त कहर मचा रखा है। साथ ही प्रदूषण को तीन राज्यों की सरकारे भी आमने-समाने आ चुकी है। वहीं प्रदूषण का मुख्य कारण पराली को माना जा रहा है। पराली को लेकर हरियाणा के कृषि मंत्री ने कहा कि हमारे यहां पिछले साल की तुलना में (पराली को) आग लगाने की घटनाएं 30% कम हुई हैं और पंजाब में इस साल ऐसी घटनाएं 20% ज्यादा हुई हैं। इसी से जाहिर हो जाता है कि हरियाणा सरकार क्या कर रही है और पंजाब सरकार क्या कर रही है।
हरियाणा के रोहतक में पराली को इकट्ठा करके चारा बनाया जा रहा है। इससे पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। एक किसान ने कहा कि अब पराली नहीं जला रहे। पराली अब बिकने लगी है, पहले पराली नहीं बिकती थी जिसके कारण इसे जलाना पड़ता था। अब पराली से पशुओं के लिए चारा भी बना लेते हैं। पराली को लेकर पंजाब और हरियाणा की सरकार एक दूसरे पर निशाना साधा है। इस बीच प्रदूषण के कारण लोगों को काफी ज्यादा समस्या हो रही है।
राजधानी दिल्ली में एयर क्वालिटी गंभीर होने की वजह से धुंध है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 431 (गंभीर) श्रेणी में है।सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार दिल्ली में AQI 431 (गंभीर) श्रेणी में है, एयरपोर्ट (T3) क्षेत्र में AQI 453 (गंभीर) श्रेणी में, गुरुग्राम में AQI 478(गंभीर) श्रेणी में और नोएडा में AQI 529 (गंभीर) श्रेणी में है।

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