भूपेंद्र सिंह हुड्डा बोले- हरियाणा में चल रही है हरियाणवी विरोधी सरकार

भूपेंद्र सिंह हुड्डा बोले

Update: 2022-07-02 17:00 GMT
रोहतक: हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में हरियाणवी विरोधी सरकार चल रही है. हरियाणा के युवाओं को शिक्षा व रोजगार से वंचित रखना ही इस सरकार का मकसद है. उन्होंने सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की ताजा रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा एक बार फिर बेरोजगारी में देश में टॉप (haryana toped in unemployment) पर है.पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि पिछले महीने के मुकाबले जून में बेरोजगारी 6 प्रतिशत अधिक बढ़कर 30.6 प्रतिशत हो गई है. यानि प्रदेश का हर तीसरा व्यक्ति बेरोजगार है. यह दर राष्ट्रीय बेरोजगारी से 4 गुना ज्यादा है. हुड्डा ने शनिवार को यहां जारी बयान में कहा कि चिंता बढ़ाने वाली बात यह भी है कि 15 से 19 साल के युवाओं में 50 प्रतिशत और 20 से 24 साल के युवाओं में बेरोजगारों की संख्या 41 प्रतिशत है. एक ओर प्रदेश के युवा सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहे हैं वहीं हरियाणा में शिक्षकों के करीब 50 हजार पद खाली पड़े हैं. बीजेपी-जेजेपी सरकार हरियाणवियों को रोजगार देने की बजाय उनका हक छीनकर अन्य राज्यों से रिटायर्ड लोगों को नौकरी देने की योजनाएं बना रही है.भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार से सवाल किया कि अगर हरियाणा में निजी से लेकर सरकारी नौकरी अन्य राज्य के लोगों को मिलेगी तो हरियाणा के युवा कहां जाएंगे. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी सरकार ने हरियाणा के युवाओं का हक मारकर डोमिसाइल के लिए 15 साल की शर्त को घटाकर 5 साल कर दिया था. जिसका सीधा नुकसान हरियाणावासियों को हुआ है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज अलग-अलग महकमों में लाखों पद खाली पड़े हुए हैं. सरकार को बिना देरी किए इन पदों के लिए भर्ती निकालनी चाहिए.
हरियाणा में भर्ती घोटालों की वजह से लटकी पड़ी हैं. नौकरी से निकाले गए पीटीआई, ड्राइंग टीचर, स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य कर्मचारियों को वापस बहाल करना चाहिए. विपक्ष सड़क से लेकर सदन तक बेरोजगारी दूर करने के लिए सरकार को आगाह करता रहा है. लेकिन सरकार अंधी, बहरी और गूंगी बनी बैठी है. उसे न तो रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी नजर आती और न ही इस प्रदेश में बेकाबू होता जा रहा नशा व अपराध दिखाई देता है. न सड़कों पर उतरे युवाओं की गुहार सुनाई देती है और न ही वो बेरोजगारी पर कोई जवाब देने के लिए सामने आती है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा
पूर्व सीएम हुड्डा ने अग्निवीर और कौशल निगम जैसी ठेका प्रथा पर भी कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि पक्की नौकरियों को खत्म कर सरकार पढ़े-लिखे योग्य युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर उन्हें कम वेतन में ठेके पर अस्थायी भर्ती करना चाहती है. कौशल निगम की कच्ची भर्तियों में भी जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है.
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