हरियाणा के करनाल जिले में डबल मर्डर के मामले में आरोपी विश्वजीत गिरफ्तार
हरियाणा के करनाल जिले में डबल मर्डर के मामले में आरोपी विश्वजीत को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है.
हरियाणा के करनाल जिले में डबल मर्डर के मामले में आरोपी विश्वजीत को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. पुलिस ने उस कुल्हाड़ी को भी बरामद कर लिया जिससे नवीन की हत्या की थी. हत्या के दौरान आरोपी ने नवीन का गुप्तांग भी काट दिया. इससे पहले आरोपी अपनी पत्नी की बड़ी बेहरमी से हत्या कर चुका है. आरोपी विश्वजीत के घर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी आई हुई है.
बता दें कि विश्वजीत का जब जन्म हुआ था तो इनके घर पर उस समय की नेता इंदिरा गांधी भी बधाई देने आई थी. विश्वजीत के पिता एक समय में कांग्रेस से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं. ड्रीम पब्लिक स्कूल के नाम से विश्वजीत का एक स्कूल था. उसमें नवीन केअर टेकर के रूप में काम करता था. विश्वजीत को अपनी पत्नी और नवीन के अवैध संबंधों का शक था, जिसके चलते उसने दोनों को मौत के घाट उतारा.
दो महीने पहले जिस आरोपी विश्वजीत ने अवैध संबंधों के शक में अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी, उसी ने अब शनिवार को दोस्त नवीन की भी कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी. नवीन का गुप्तांग भी 90 प्रतिशत काट दिया गया. शिव कॉलोनी के नवीन की हत्या करके कमरे पर ताला लगा दिया और दूसरे कमरे में अपने दो बच्चों के साथ रहता रहा. आरोपी ने डेडबॉडी को ठिकाने लगाने का टाइम नहीं लगा. इससे पहले ही सीआईए टू टीम ने रविवार को नवीन की डेडबॉडी मिलने के बाद आरोपी विश्वजीत को शक के आधार पर हिरासत में ले लिया गया.
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी विश्वजीत ने 3 जून 2022 को अपनी पत्नी मीना उर्फ राधिका की हत्या कर दी थी. 5 जून को उसका अंतिम संस्कार तक कर दिया था. आरोपी से परिवार और ससुराल पक्ष के लोग संपर्क नहीं रखते थे. इस कारण मीना की मौत का पता किसी को नहीं लगा. अब आरोपी ने पत्नी मीना की हत्या का राज उगला है. आरोपी ने बताया कि उसे शक था कि नवीन (30) के उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध थे. इसलिए नवीन को शराब पिलाकर रविवार को ही कुल्हाडी मारकर हत्या कर दी थी. मंगलवार को कोर्ट में पेश करके आरोपी को रिमांड पर लिया जाएगा.
नवीन की हत्या के बाद भी उसने डेडबॉडी ठिकाने लगाने का टाइम नहीं लगा. बतां दें कि सोमवार को शिव कालोनी वासी नवीन (30) का कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है. नवीन का शव रविवार को कैथल रोड स्थित ड्रीम पब्लिक स्कूल में मिला था. मृतक नवीन के परिवार वालों ने बताया कि सोनीपत स्थित टाटा मोटर्स कंपनी में काम करता था. उसके घर में माता-पिता, दो बच्चे व पत्नी है. वह मूलरूप से रोहतक के ससरौली गांव का था.
कई सालों से वह परिवार के साथ करनाल में रहता था. वर्ष 2014 में उसने ड्रीम स्कूल में सुपरवाइजर काम भी किया था. इसके बाद उसकी स्कूल के संचालक आरोपी विश्वजीत के साथ दोस्ती हो गई थी. इसी विश्वास में आरोपी के बुलाने पर नवीन चला गया और मौका देखकर नवीन की हत्या कर दी. आरोपी के सहयेाग में तीन से चार और भी आरोपी हैं. उनपर भी कड़ी कार्रवाई की जाए
आरोपी विश्वजीत के पास कैथल रोड पर ड्रीम स्कूल भी है, जो वर्ष 2014 से बंद पड़ा है. स्कूल में ही उसने अपना रिहायश बनाई हुई है. इसका बेड़ा बेटा 15 साल और छोटा बेटा 13 साल का है. पुलिस का कहना है कि दोनों हत्याओं के दौरान बच्चे मौके पर रहे हैं. आरोपी का अपने परिवार के लोगों के साथ भी आना जाना नहीं था. दूसरी तरफ आरोपी के पत्नी के साथ भी झगड़ा ही रहता था. अधिकतर समय इसकी पत्नी मीना अपने मायके रही है. लेकिन मार्च में वह मायके से बगैर बताए ही अपने पति के पास आ गई. इससे मायके पक्ष के लोग नाराज हो गए और इसके बाद इनसे कोई संपर्क नहीं रखा. यही कारण है कि मीना की मौत की खबर का किसी को पता नहीं चला.
मृतक नवीन के परिवार वालों ने बताया कि शनिवार सुबह 5 बजे आरोपी विश्वजीत अपने 3 से 4 साथियों के साथ उनके घर आया और नवीन को इमरजेंसी काम बोलकर ले गया. इस दौरान आरोपी के साथ इसके दोनों बच्चे भी थे. लेकिन काफी देर तक वह नहीं आया तो परिजनों ने उसे फोन किया. आरोपी ने बताया कि वह स्कूल में ही है, लेकिन रात तक वह वापिस नहीं आया. रविवार जब परिजन स्कूल पहुंचे तो वहां उन्हें विश्वजीत मिला, जिसने बताया कि उसने नवीन को किसी काम से राजस्थान भेजा है. परिजनों की तरफ से दबाव डालने के बाद वह उनकी नवीन से बात कराने के लिए घरौंडा की साइड ले गया. वहां बीच रास्ते नवीन के परिजनों का आरोपी के साथ झगड़ा हो गया. वहां से आरोपी उन्हें वहीं छोड़कर भाग गया. इसके बाद उनको शक हुआ.
स्कूल में तलाश करने गए तो एक कमरे पर ताला लगा था खिड़की से देखा तो नवीन पड़ा हुआ दिखाई दिया. पुलिस के आने पर ताला तोड़कर अंदर गए तो नवीन की डेडबॉडी मिली. नवीन के साथ खून से लथपथ कुल्हाड़ी मिली. आरोपी ने कबूला है कि कुल्हाडी से वार करके नवीन की हत्या की है.
आरोपी की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी रही है. आरोपी का पिता अन्नत राम ने करीब वर्ष 1970 में विधायक पद के लिए चुनाव लड़ा था. आरोपी गांव रसीन का रहने वाला है. आरोपी के जन्मदिन में इनके घर पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी आई थी. आरोपी की गलत हरकतों के कारण कई साल से आरोपी का अपने परिवार एवं रिश्तेदारों से संपर्क नहीं था. वह भी इनके पास नहीं आते थे.
आरोपी विश्वजीत ने अपनी पत्नी मीना की बेहरमी से हत्या की थी. आरोपी ने पुलिस को बताया कि 3 जून को उसकी पत्नी की उसने किक्रेट बैट मारा था. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई. उसने इलाज नहीं दिलवाया. इससे वह तड़प-तड़प कर 5 जून को मर गई. इसके बाद स्कूल में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया. उसकी राख को नहर में प्रवाहित कर दी थी.
आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नी और नवीन जब भी मिलते थे उसको शक होता था. वह दोनों हंसते हुए बातचीत करते थे. एक दिन उसकी पत्नी के लिए वह केक लेकर भी आया था. इस पर उसने अपनी पत्नी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने माफी मांगी. इसके बाद उसका शक गहरा गया और पत्नी की हत्या कर दी. इसलिए अब नवीन को मारा है.