चंडीगढ़। हरियाणा सरकार नदियों में हो रहे प्रदूषण को कम करने और पुनरुद्धार करने हेतु आगामी दिसंबर, 2022 तक 39 एसटीपी को अपग्रेड करते हुए पूरी क्षमता के साथ संचालित करेगी। इसके अलावा, सीवरेज के नालों की सफाई व प्रदूषण को कम करने के लिए केंद्र सरकार के 'नमामि गंगे योजना' के तहत एक विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट राज्य सरकार द्वारा बनाई जाएगी ताकि केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि से सीवरेज के नालों की सफाई व प्रदूषण को कम किया जा सके।
यह जानकारी आज यहां मुख्य सचिव संजीव कौशल ने नदी कार्य योजना के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुई दी। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि कोई भी अनुपचारित अपशिष्ट (अनट्रीटेड एफल्यूएंट) नदियों और नालों में न बहाया जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एसटीपी और सीईटीपी में अनुपचारित अपशिष्ट जल पहुंचना सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जल प्रदूषण को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और नहरों और नदियों को दूषित होने से बचाना अधिकारियों का नैतिक दायित्व भी है। उन्होंने अधिकारियों को सीवर लाइन बिछाने की सख्ती से निगरानी करने और समयबद्ध तरीके से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।