बिरला ने डॉक्टरों को जलवायु परिवर्तन से जुड़े विषयों का भी अध्ययन करने की दी सलाह
अहमदनगर (आईएएनएस)| लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने डॉक्टरों को बदलते संदर्भ में जलवायु परिवर्तन से जुड़े विषयों का भी अध्ययन करने की सलाह देते हुए कहा है कि आज के समय में क्लाइमेट चेंज और उससे जुड़े विषय मेडिकल साइंस से भी जुड़े हुए हैं और इसलिए चिकित्सकों को केवल दवा का इलाज नहीं किन्तु बदलते संदर्भ में जलवायु परिवर्तन से जुड़े विषयों का भी अध्ययन करने की आवश्यकता है ताकि उस से पड़ने वाले प्रभाव और आने वाली नई बीमारियों से बचने के प्रावधान किए जा सके।
महाराष्ट्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को प्रवर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, के 17 वे दीक्षांत समारोह के अपने संबोधन के दौरान इंस्टिट्यूट की सराहना करते हुए कहा कि यह सहकारिता आंदोलन और किसानों-कामगारों की सेवा के लिए स्थापित किया गया था और इंस्टिट्यूट के विद्यार्थियों ने देश के अलग-अलग क्षेत्रों में मानवीय सेवा का पुनीत कार्य किया है। उन्होंने छात्रों से कहा कि उन्हें आज मिलने वाली ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट की उपाधि जीवन की नई शुरूआत है और उन्हें कॉलेज से निकलने के बाद अपने इंस्टिट्यूट से अर्जित शिक्षण-प्रशिक्षण, रिसर्च-इनोवेशन को समाज को समर्पित करना चाहिए।
मेडिकल साइंसेज में नए शोध, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और 5 जी जैसी टेक्नोलॉजी के सन्दर्भ में बिरला ने कहा कि इस कालखंड में चिकित्सकों को टेक्निकल रूप से निपुण होना पड़ेगा और लेटेस्ट रिसर्च से जुड़ा रहना होगा। चिकित्सकों का अध्ययन काल कभी समाप्त नहीं होता, उन्होंने कहा कि उन्हें अपने शिक्षण-प्रशिक्षण और रिसर्च का उपयोग करते हुए बदलते संदर्भ में मानव सेवा का कार्य करना होगा।
बिरला ने आगे कहा कि यद्यपि मेडिकल साइंस बदलते परिपेक्ष में टेक्निकल रूप से स²ढ़ हुआ है तथापि यह भी समझना पड़ेगा कि भारत की आध्यात्मिक संस्कृति और संस्कार मानवीय ²ष्टिकोण और संवेदना से चलते हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि डॉक्टर नवीनतम टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए अपने मन में मानवीय संवेदना रखें।
योग, आयुर्वेद और अन्य भारतीय चिकित्सा पद्दतियों का उल्लेख करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि होलिस्टिक हीलिंग का समाज के उत्थान के लिए प्रयोग किया जा सकता है। डॉक्टरों को मरीजों के जीवन के हर पहलू का ज्ञान होना चाहिए और उन्हें मरीज के इलाज के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि उनका हर प्रयास होना चाहिए कि उनके आसपास सभी लोग स्वस्थ रहें क्योंकि भारत स्वस्थ रहेगा तो उतनी ही तेजी से प्रगति और खुशहाली की ओर बढ़ेगा।
अपने महाराष्ट्र दौरे के दौरान बिरला ने शिरडी साईं बाबा मंदिर में दर्शन किया और पूजा अर्चना भी की।
--आईएएनएस