सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में फूड इंस्पेक्टर को ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाए जाने की खबर सामने आई है। दरअसल, यह पूरा मामला कुदरगढ़ के धुर गांव का है, जहां फूड इंस्पेक्टर राशन दुकान का प्रभार देने पहुंचे हुए थे। इस दौरान कई महीने से राशन नहीं मिलने से नाराज ग्रामीणों ने फूड इंस्पेक्टर को ही बंधक बना लिया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और फूड इंस्पेक्टर को ग्रामीणें के बंधन से मुक्त काराया।
पूरा मामला सूरजपुर जिले के कुदरगढ़ इलाके के धुर गांव का है, जहां 1 जून को वर्तमान राशन दुकान संचालक का पदभार समाप्त कर दिया गया था और शनिवार को खाद्य विभाग के अधिकारी सुरेंद्र कुर्रे नए संचालक को पदभार सौंपने के लिए सरकारी राशन दुकान पहुंचे थे। जहां अधिकारियों को देखकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्हें लगभग 2 घंटों तक यह कहकर बंधक बना लिया कि जब तक उन्हें सरकारी राशन नहीं मिलेगा तब तक उन अधिकारियों को वहां से नहीं जाने देंगे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए खाद विभाग के अधिकारी ने कुदरगढ़ पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश दी, तब जाकर ग्रामीण अधिकारियों से बातचीत करने को तैयार हुए। वहीं अधिकारी सुरेंद्र कुर्रे बंधक बनाने की बात से इनकार कर रहे हैं, उनके अनुसार ग्रामीणों को राशन न मिलने की वजह से वह आक्रोशित थे और अब खाद्य अधिकारी मामले की जांच कर दोषी दुकान संचालक पर कार्रवाई की बात कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इन दिनों राशन दुकानों में काफी भीड़ देखी जा रही है। 30 जून तक प्रदेश में सभी राशन कार्ड धारकों को ई केवाईसी कराना होगा, ऐसा नहीं किया तो पहले तो चावल देना बंद किया जाएगा। इसके बाद भी सत्यापन (केवाईसी) नहीं कराया तो कार्ड ही निरस्त कर दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में एपीएल और बीपीएल 74 लाख 61 हजार 627 राशन कार्ड एक्टिव है। इसमें 65 लाख से ज्यादा बीपीएल कार्ड हैं, यानी गरीब परिवार वालों के, सभी कार्डों में दर्ज सदस्यों की संख्या 2.65 करोड़ से भी ज्यादा है। यानी इन सभी लोगों को राशन दुकान जाकर अंगूठे का निशान देना होगा। इसमें जो भी सदस्य अंगूठे का निशान नहीं लगाएगा उसका नाम कार्ड से हटा दिया जाएगा।