हाथियों के मूवमेंट से ग्रामीण डरे, पहुंचा रहा नुकसान

Update: 2022-10-24 06:58 GMT

बिलासपुर। एटीआर और उसके आसपास जंगल में रहने वाले ग्रामीणों का घर तोड़ने और खेतों में लगी फसल को रौंदने के बाद 5 जंगली हाथी वापस एटीआर के बोइरहा बीट तक पहुंच गए हैं। जबकि हाथियों का एक समूह अभी भी कोटा बफर और खोंगसरा के आसपास है। खेतों में धान की बाली आते ही अब हाथियों का मूवमेंट उस ओर बढ़ गया। धान की खुशबू की वजह से हाथी गांव के नजदीक पहुंचकर खेतों को तो नुकसान पहुंचा ही रहे हैं उसके बाद वे गांव पहुंचकर घरों को भी तोड़ रहे। जिन ग्रामीणों के घर में महुआ रखा है या उसकी शराब बना रहे वहां पर हाथी अवश्य ही पहुंचकर तोड़फोड़ मचा रहे हैं।

पांच हाथियों का दल दो दिन से औरा पानी और उसके आसपास विचरण कर रहा था शनिवार को सभी हाथी गांव पहुंच गए वहां पर यादव नामक व्यक्ति का मकान तोड़ दिया। खेतों में पहुंचकर पूरी फसलों को रौंद दिया। औरपानी में दो दिन तक तबाही मचाने के बाद ये हाथी अचानकमार टाइगर रिजर्व में दाखिल हो गए हैंं। 11 हाथियों के दल में से 5 अलग हो गए हैं। शेष 6 हाथी कोटा बफर जोन से होते हुए खोंगसरा की तरफ चले गए हैं। वे उसी क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं।

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