कांकेर। कलेक्टर शुक्ला के निर्देशानुसार आदिमजाति कल्याण विभाग की ओर से जिले में संचालित आश्रम-छात्रावासों में पदस्थ अधीक्षकों का मोर सुघ्घर छात्रावास जिला स्तरीय दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत के सभाकक्ष में किया गया, जिसमें प्रथम दिवस 8 जून को विकासखंड अंतागढ़, कोयलीबेड़ा, दुर्गूकोंदल और भानुप्रतापपुर के अधीक्षक सम्मिलित हुए। जिन्हें आश्रम संचालन गतिविधि, स्वास्थ्य व पोषण आहार, शैक्षिक गुणवत्ता व छात्रों के सुनहरे भविष्य के कैरियर गाईडेंस, मानसिक स्वास्थ्य और शैक्षिक मनोविज्ञान व वित्तीय प्रबंधन पर मास्टर ट्रेनरो द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त मनीष मिश्रा की ओर से कार्यशाला में उपस्थित अधीक्षकों को बच्चे के श्रर्वागीण विकास हेत हमेशा तत्पर रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करने तथा स्वास्थ्य व शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया गया। कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर्स के रूप में पीपीआईए फेलो आकांक्षा सिंह, जिला सलाहकार यूनिसेफ रम्या कौशिक, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कांकेर के प्राचार्य रचना श्रीवास्तव, चारामा के प्राचार्य अजय शर्मा, छात्रावास अधीक्षक लुकेश्वर साहू, यशवंत गुना सहित समस्त मण्डल संयोजक और आश्रम-छात्रावास के अधीक्षक उपस्थित थे। 09 जून को विकासखंड कांकेर, नरहरपुर और चारामा के आश्रम छात्रावास के अधीक्षकों की कार्यशाला आयोजित की जाएगी।