बैकुंठपुर। कोरिया जिले के भरतपुर जनपद क्षेत्र में क्षेत्र वासियों को बिजली संकट का सामना आज भी करना पड़ रहा है। कुछ गांव में तो 3 साल से ट्रांफार्मर खराब है। ऐसा नहीं है लोगों ने इसके सुधरवाने का प्रयास नहीं किया, परन्तु ट्रांसफार्मर नहीं सुधरा। भरतपुर जनपद क्षेत्र में बिजली व्यवस्था में खराबी आने के बाद शिकायतों के बाद भी जल्द कार्यवाही नहीं की जाती। जिससे क्षेत्र की जनता परेशान है।
इसी तरह की शिकायत भरतपुर जनपद पंचायत क्षेत्र के दुरस्थ ग्राम माडीसरई की है यहां के मोहत्ला डोगरीपारा में स्थित एक ट्रांसफार्मर बीते तीन साल से खराब पड़ा हुआ है, जिसके संबंध में कई बार संबंधित विभाग को शिकायत के बाद भी सुधार कार्य अब तक नहीं हो पाया है और ग्रामीण इसके कारण तीन साल से अंधेरे में रहने को मजबूर है और कई तरह की परेशानियों से जुझ रहे है। ग्रामीणों के अनुसार विभाग के अधिकारी कर्मचारी सिर्फ आश्वासन देते है होता कुछ नहीं है। वहीं मामले में बिजली विभाग के कार्यपालन यंत्री का कहना है कि वहां बिना बाधित के बिजली उपभोक्ताओं को मिल सकें व्यवस्था बनाई जा रही है, डोंगरीपारा में व्यवस्था दुरूस्त करवाता हूं।
मप्र से अलग होने के बाद भरतपुर में में मप्र की बिजली ही संचालित थी। 2018 के चुनावी वर्ष मे भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ की बिजली लाने का वादा तो पूरा किया, लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था कि सरकार बदल गई, कांग्रेस सरकार में अधूरा कार्य पूरा हुआ और छत्तीसगढ़ की बिजली संचालित है। लेकिन विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था के कारण भरतपुर जनपद क्षेत्र के लोगों केो आज भी विद्युत संकट का सामना करना पड़ रहा था। इस क्ष़ेत्र में विद्युत वितरणक के प्रति लापरवाही के कारण किसी क्षेत्र में एक बार बिजली चली गयी तो जल्द सुधार कार्य नहीं होता और लोगों की परेशानी बढ़ जाती है।
जानकारी के अनुसार भरतपुर जनपद पंचायत मुख्यालय में ही आये दिन घंटों बिजली गुल रहने की शिकायत मिलती रहती जबकि इस क्षेत्र के ग्रामीण व वनांचल क्षेत्रों में तो स्थिति और भी ज्यादा खराब है। गत दिवस भरतपुर जनपद क्षेत्र के दर्जनों गॉव पॉच छ: घंटों से अंधेरे में पड़े रहे। क्षेत्र के लेागों की शिकायत यह भी रहती है कि यदि किसी क्षेत्र में बिजली में खराबी आ जाती है और इसकी सूचना विद्युत विभाग के कर्मियों को दी जाती है तो वे बिगडी व्यवस्था को सुधारने की दिशा में तत्परता नहीं दिखाते उन्हे जब समय मिलता है तब ही सुधार कार्य करते है। ऐसे में लोगों की परेशानी बनी रहती है।