न्यूनतम लागत में बीजोपचार व पोषक तत्व प्रबंधन पर प्रशिक्षण

छग

Update: 2023-02-07 14:22 GMT
कांकेर। प्राकृतिक कृषि जहर मुक्त खेती की ओर एक सुखद भविष्य का प्रयास है। किसान एक गाय के साथ 30 एकड़ भूमि पर प्राकृतिक खेती आसानी से कर सकते हैं। देशी गाय के एक ग्राम गोबर में 300 से 500 करोड़ तक मृदा के लिए उपयोगी व लाभदायक सूक्ष्म जीव पाये जाते हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर के वैज्ञानिक डॉ कोमल सिंह केराम की ओर से प्राकृतिक खेती के अंतर्गत देशी गाय का गोबर, गोमूत्र, जंगल की मिट्टी, गुड़ व बेसन का उपयोग करके कृषि में कम लागत में बीजोपचार करने के लिए बीजामृत तथा दीर्घ, द्वितीयक व सूक्ष्म पोषक प्रबंधन के लिए जीवामृत, घनजीवामृत व महाघनजीवामृत आदि को तैयार करने के प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके उपयोग से होने वाले विशेष लाभ जैसे मृदा में पाये जाने वाले जीवाश्म, कार्बनिक सम्पदा, पौध पोषक तत्वों का मृदा में दीर्घकालिक संतुलन बनाये रखने की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस प्रशिक्षण में विकासखंड दुर्गूकोंदल के ग्राम वयनार की 22 महिलाएं सम्मिलित हुई।
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