जगदलपुर। कलेक्टर चंदन कुमार ने डेंगू पर नियंत्रण के लिए प्रतिबंधात्मक उपायों पर जोर दिया। गुरुवार को जिला कार्यालय के आस्था कक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि डेंगू पर नियंत्रण के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ ही युवोदय, एनसीसी और एनएसएस के स्वयंसेवकों का सहयोग लें। उन्होंने सभी स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किए जाने पर भी जोर देते हुए कहा कि इसके लिए मास्टर ट्रेनरों को तैयार किया जाएं। कलेक्टर ने डेंगू पर नियंत्रण के लिए पर्याप्त मात्रा में छिड़काव के लिए दवा व उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने डेंगू की जांच के लिए भी आवश्यक संसाधन उपलब्ध रखने के निर्देश दिए। जिन वार्डों में पिछले वर्ष डेंगू के प्रकरण अधिक पाए गए और जिन वार्डों में झुग्गी-झोपडिय़ों की संख्या अधिक है, वहां अधिक सक्रियता के साथ अभियान पर जोर दिया। उन्होंने डेंगू से रोकथाम के लिए होर्डिंग, बैनर व दीवार लेखन पर भी जोर दिया।
उन्होंने डेंगू मरीजों को मच्छरदानी का अनिवार्य रुप से उपयोग करने पर भी जोर दिया, जिससे वे दूसरे सामान्य लोगों को प्रभावित न कर सकें। जिस भी मरीज में डेंगू के लक्षण पाए जाते हैं, तत्काल उनकी डेंगू जांच सुनिश्चित करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए। उन्होंने महारानी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में डेंगू के उपचार के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जहां डेंगू के मरीज की पुष्टि होती है, वहां आसपास के अन्य लोगों की डेंगू जांच करने के निर्देश भी दिए। डेंगू के लार्वा पनपने वाले संभावित स्थान जैसे गमला, टायर इत्यादि की जांच के साथ ही गीली जमीन पर भी दवा या चुना आदि का छिड़काव सुनिश्चित करने के निर्देश भी उन्होंने दिए। बैठक में नगर निगम आयुक्त दिनेेश नाग, मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके चतुर्वेदी, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय डिमरापाल के अधीक्षक डॉ अनुरुप साहू, महारानी अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. संजय प्रसाद, जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान, महिला व बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज सिन्हा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।