स्वामी विवेकानंद की जयंती आज

Update: 2023-01-12 01:36 GMT

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विख्यात दार्शनिक और आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद की जयंती 'राष्ट्रीय युवा दिवस' पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। बघेल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों ने संपूर्ण समाज को एक नई दिशा दी है। उन्होंने अपने उपदेशों और ओजस्वी व्याख्यानों से देश-दुनिया को मानव जाति की सेवा का मार्ग दिखाया। स्वामी जी के 'उठो, जागो और तब तक नहीं रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये' जैसे कई सूक्त वाक्य युवाओं को नई ऊर्जा से भर देते हैं। उन्तालीस वर्ष की कम उम्र में स्वामी जी जो विचारों की अतुल्य विरासत हमें सौंप गए हैं, वे पीढ़ियों तक हमारा मार्ग प्रशस्त करते रहेंगे।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के लिए सम्मान और गर्व की बात है कि स्वामी विवेकानंद जी के बचपन का कुछ समय रायपुर में बीता। राज्य सरकार रायपुर में बसी स्वामी जी की अमूल्य यादों को सहेजने और संवारने का प्रयास कर रही है। रायपुर में बूढ़ापारा स्थित स्वामी जी के निवास स्थान रायबहादुर भूतनाथ डे चेरिटेबल ट्रस्ट के भवन को स्वामी विवेकानंद स्मारक के रूप में विकसित किया गया है। रायपुर के बूढ़ातालाब को विवेकानंद सरोवर का नाम दिया गया है। यहां विवेकानंद जी की ध्यानमग्न मुद्रा में स्थापित मूर्ति एक बारगी स्वामी जी के ओज और उपस्थिति को जीवंत बना देती है। नवा रायपुर स्थित विमानतल का नाम विवेकानंद जी के नाम पर रखा गया है इससे हर यात्री अनायास स्वामी जी से जुड़ जाता है। स्वामी जी से जुड़ी स्मृतियां रायपुर को विश्वपटल में एक विशेष पहचान देती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी जी के विचार और जीवन मूल्य से हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।

राज्यपाल अनुसुईया उइके ने स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया है और देश व प्रदेशवासियों को 'राष्ट्रीय युवा दिवस' की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द के विचारों ने संपूर्ण समाज को एक नई राह दिखाई है। स्वामी विवेकानंद जी का यह संदेश 'उठो, जागो, और ध्येय की प्राप्ति तक रूको मत' सदैव देश और दुनिया के युवाओं के लिये प्रेरणादायी रहेगा। छत्तीसगढ़ के लिए यह गौरव की बात है कि स्वामी विवेकानंद जी यहां आकर रूके और उन्होंने प्रदेश में काफी समय व्यतीत किया। उन्होंने यहां रहकर एक तपस्वी की तरह चिंतन, मनन और साधना की। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि स्वामी जी के विचार आज भी उतने ही महत्वपूर्ण एवं प्रासंगिक हैं। आज उनके जन्म दिवस के अवसर पर हम सबको उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए और उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए

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