शानदार प्रस्तुतियों के साथ विद्यार्थियों-शोधार्थियों ने सीखे भरतनाट्यम के गुर

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Update: 2023-03-16 13:25 GMT
खैरागढ़। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में 'स्वतंत्र भारत में भरतनाट्यम' विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी 13 मार्च से शुरू हुई। इस संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह में बैंगलोर के आत्मालय संस्थान की अध्यक्ष डॉ. पद्मजा सुरेश मुख्य अतिथि थीं, वही इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के कुलसचिव प्रो. डॉ. आईडी तिवारी ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। स्वागत उद्बोधन नृत्य संकाय की अधिष्ठाता डॉ. नीता गहरवार ने दिया, वहीं भरतनाट्यम विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ. एस मेदिनी होम्बल ने आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी के पहले दिन तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ. पद्मजा सुरेश ने की, जबकि विशेषज्ञ वक्ता के रूप में दुर्ग की डॉ. ऋचा ठाकुर और खैरागढ़ विश्वविद्यालय में भरतनाट्यम की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मेदिनी ने अपने विचार रखे।
इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के पहले दिन शाम को डॉ पद्मजा सुरेश और ऋचा ठाकुर ने भरतनाट्यम नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय अधिष्ठातागण, शिक्षकगण, विद्यार्थी, शोधार्थी सहित विश्व विद्यालय परिवार उपस्थित रहे। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन भोपाल की डॉ. लता सिंह मुंशी की अध्यक्षता में तकनीकी सत्र संपन्न हुआ, जिसमें पटना की सुदीपा बोस और अतिथि व्याख्याता होरिल गौर ने विशेषज्ञ वक्ता के रूप में अपनी बात रखी। साथ ही आमंत्रित शोधार्थियों ने शोध पत्रों का वाचन किया। राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन यानी 14 मार्च की शाम 6 बजे भोपाल की डॉ. लता सिंह मुंशी, पटना की सुदीपा बोस ने अपनी प्रस्तुति दी। समापन सत्र में कुलपति डॉ चंद्राकर ने आशीर्वचन दिया। उल्लेखनीय है कि यह संगोष्ठी 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अंतर्गत विश्वविद्यालय के नृत्य विभाग द्वारा आयोजित की गई।
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