राजनांदगांव। हांगकांग की एक महिला ने राजनांदगांव के एक डॉक्टर से दोस्ती की. दोस्ती के बाद शातिर महिला ने बड़ी खूबसूरती से ठगी की घटना को अंजाम दे दिया. ठगी के शिकार हुए डॉक्टर ने अब मामले में पुलिस से मदद की गुहार लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है. शातिर महिला ने बातों में फंसाकर तीन गुना पैसा कमाने का लालच दिया और एक वेबसाइट के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के लिए कहा. जब डॉक्टर ने अपने रुपए निकालने चाहे, लेकिन नहीं मिले. बदले में महिला ने और रुपए देने को कहा. डॉक्टर के मना करने पर महिला ने निवेश के 81 लाख रुपए हड़प लिए.
यह सारा मामला कोतवाली क्षेत्र का है. यहां के बलदेव बाग नर्सिंग कॉलेज के पास रहने वाले डॉ. अभिषेक पाल की दोस्ती हांगकांग की एक महिला एना-ली के साथ सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट vkontakte पर हुई थी. फिर दोनों के बीच व्हाट्सएप पर चैटिंग शुरू हो गई. महिला ने अभिषेक को क्रिप्टो में निवेश पर तीन गुना रकम का झांसा दिया. इसके लिए META TRADER 5 ऐप में ब्रोकर Orde Capital Management Limited के साथ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने को कहा.
उसकी बातों में आकर डॉ. अभिषेक ने ऐसा ही किया और binance पर एक खाता खोल trader.insafx.com पर रुपए लगाकर क्रिप्टो में ट्रेडिंग शुरू कर दी. महिला एना-ली ने अभिषेक से उसका पासवर्ड और अन्य जानकारी धोखे से ले ली. इसके बाद एना-ली निवेश के लिए जानकारी देती रही और अभिषेक से 35000 अमेरिकी डॉलर करीब 26 लाख रुपए निवेश करवा लिया. जब यह राशि बढ़कर 107825 डॉलर (81 लाख) हो गई तो अभिषेक ने उसे निकालना चाहा.
इस पर आरोपी एना-ली ने उसे बताया कि विदेशी मुद्रा निकालने के लिए 3100 डॉलर टैक्स व अन्य फॉर्मेलिटी के लिए 4724 डॉलर देना होगा. उसकी बातों में आकर अभिषेक ने धनराशि जमा कर दी, लेकिन फिर भी उसे रकम नहीं मिली. इस पर एना-ली ने प्रक्रिया पूरी करने के लिए जमा राशि का 5 फीसदी और जमा करने को कहा. इस पर अभिषेक को ठगी का अहसास हुआ और उसने मना कर दिया. इस पर महिला ने उसकी सारी रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर ली.
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कम समय में रुपए को दोगुना-तिगुना करने के नाम पर सोशल मीडिया दोस्तों के सुझावों से बचें. क्रिप्टोकरेंसी एक जोखिम भरा और अस्थिर संपत्ति है. वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में, 1930 हेल्पलाइन नंबर या https://cybercrime.gov.in पर अपनी रिपोर्ट दर्ज करें या जल्द से जल्द नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल में जाएं. जिससे आपका पैसा फ्रीज किया जा सके. अपना OTP, CVV, पासवर्ड, अनजान व्यक्ति या कस्टमर केयर के नाम पर Sharing app Anydesk, Quick Support app आदि डाउनलोड न करें.