बैकुंठपुर। कोरिया जिले के भरतपुर में सचिव की आत्महत्या मामले में पुलिस अब सुसाइड नोट में ब्लाक अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह के पत्र पर पहले हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच करवा रही है, वहीं कोटाडोल भाजपा मंडल के बाद भाजपा संगठन के प्रभारी प्रबल प्रताप सिंह ने कार्रवाई की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुखवंती सिंह ने मामले को दबाकर आरोपियों का बचाने का आरोप लगाया है।
वहीं इस संबंध में पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है, पहले मृतक के हस्ताक्षर की जांच करवाई जा रही है। जब उनसे पूछा गया कि कानून में मृतक का मृत्यु पूर्व बयान एफआईआर के लिए काफी है, तो उन्होंने कहा कि नहीं ऐसा नहीं है, एफआईआर जांच में रिपार्ट के बाद ही दर्ज होगी, वहीं जब उनसे पुलिस की वायरल चैट पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मामले की तह तक जाकर जांच की जा रही है, उसके बाद कार्रवाई होगी।
ज्ञात हो कि 22 फरवरी को भरतपुर जनपद के सचिव छत्रपाल सिंह का शव पेड़ से लटका हुआ मिला था। शव की जांच में पुलिस को मृतक के जेब से सुसाइड नोट मिला, जिसमें भरतपुर जनपद के सीईओ, पंचायत इंस्पेक्टर और कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष का नाम लिखा मिलता है, पंचनामा बना कर सुसाइड नोट को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया, परन्तु सुसाईड नोट सोशल मीडिया में वायरल हो गया। लोग सचिव की राइटिंग का मिलान करने लगे। मृतक ने अपने सुसाइड नोट में तीनों को उसकी मौत का जिम्मेदार बताया है।
आत्महत्या नोट मिलने के बाद से मामले में राजनीति तेज हो गयी। ब्लॉक अध्यक्ष रविप्रताप सिंह ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर खुद को इसमें शामिल नहीं बताया, बल्कि मृतक की राइटिंग पर सवाल खड़े करते हुए जांच की मांग की। वहीं तीसरे दिन जिला प्रशासन ने मृतक के पुत्र को अनुकंपा नियुक्ति का पत्र देकर मामले को थोडा ठंडा करने की कोशिश की।
अब तक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है, आम आदमी पार्टी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर जिला पंचायत सदस्य और अब भाजपा के कोटाडोल मंडल ने एसडीएम से मिलकर कार्रवाई की मांग की है, जबकि भाजपा के कोरिया जिला प्रभारी प्रबल प्रताप सिंह ने मामले में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यदि एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है तो बड़ा आंदोलन होगा।